FARRUKHABAD : दोहरे हत्याकाण्ड के बाद मोहम्मदाबाद क्षेत्र के ग्राम बीघामऊ में चर्चा का विषय बना शीतला देवी मंदिर का इतिहास 100 साल से भी अधिक पुराना है। वर्तमान में ग्राम प्रधान उसकी देखरेख कर रहे हैं।
आठ वर्ष पूर्व से मंदिर में रह रहे साधु श्री राम चैतन्य को मंदिर में वर्तमान ग्राम प्रधान प्रमोद यादव ने रखा था। वर्तमान में प्रधान प्रमोद ही मंदिर की देखरेख कर रहे हैं। एक वर्ष पूर्व मंदिर के इर्द गिर्द बांउड्रीवाल बनवायी गयी। मंदिर के बाहर एक विद्यालय भी संचालित है। जिसकी स्थापना मंदिर के संस्थापक बाबा गुलाबदास द्वारा होना बतायी जा रही है। वर्तमान में स्कूल के प्रबंधक यदुनाथ सिंह निवासी नगला मनू हैं। जो स्वामी आत्मानंद गोपालानंद इंटर कालेज में अध्यापक भी बताये गये हैं। स्थानीय बुजुर्गों के अनुसार तकरीबन 11 वर्ष पूर्व बाबा गुलाबदास ने मंदिर की स्थापना की थी। जिसके बाद में मंदिर की देखरेख मृतक श्री राम चैतन्य कर रहे थे।
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पुलिस मंदिर की जमीन को लेकर विवाद होने के मामले पर भी तफ्तीश कर रही है। वहीं मृतिका कमला देवी के नाम उसके गांव गढ़ी बनकटी में भी कुछ जमीन बतायी जा रही है। पुलिस ने इस सम्बध में मृतिका कमला देवी के देवर रिटायर प्रधान बंदी रक्षक शिव प्रताप सिंह से भी पूछताछ की।