लखनऊ/फर्रुखाबाद: भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रभारी अमित शाह ने मंगलवार को काशी क्षेत्र के नेताओं व मोर्चा प्रमुखों के साथ ही भावी प्रत्याशियों को भरोसा दिया कि टिकट वितरण में स्थानीयता का पूरा ख्याल रखा जाएगा। कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए उन्हें मिशन-2014 के फतह के लिए जी जान से जुट जाने को कहा। दो टूक कहा कि अबकी मत चूकें, अर्जुन की तरह लक्ष्य साधें वरना नहीं बचेगा अस्तित्व। फर्रुखाबाद में भाजपा के टिकेट के स्थानीय दावेदारों ने राहत की सांस ली है| तीन दावेदार पहली ही रेस में बाहर हो गए है| सूत्रों के अनुसार फर्रुखाबाद में सबसे ज्यादा विवाद पैदा करने वाले दो स्थानीय दावेदार भी रेस में पिछड़ चुके है|
लखनऊ में अमित शाह ने अपना संबोधन इस वाक्य से शुरू किया-‘सुबह होने को है माहौल बनाए रखिए’। उन्होंने कहा कि देश में भाजपा और नरेन्द्र मोदी को लेकर अंदर ही अंदर लहर चल रही है। इसे वोट में बदलना होगा। कांग्रेस के भ्रष्टाचार से जनता आजिज आ चुकी है। सूबे में पहले बसपा और अब सपा के शासन से जनता ऊब चुकी है। इस बार यूपी में जाति की दीवार टूटेगी। चुनाव भाजपा बनाम कांग्रेस ही होगा।
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अमित शाह ने बताया कि चुनाव पूर्व सूबे में आठ बड़ी रैलियां होंगी जिसे नरेन्द्र मोदी, राजनाथ सिंह सहित अन्य बड़े नेता संबोधित करेंगे। महारैली लखनऊ में होगी जहां से जनता को केन्द्र में बनने वाली अगली सत्ता के बाबत स्पष्ट रूझान मिल जाएगा।
भाजपा नेताओं के निशाने पर कांग्रेस के साथ-साथ मुलायम और मायावती रहीं। पार्टी के वरिष्ठ नेता डा.मुरली मनोहर जोशी ने कहा कि कोई साम्प्रदायिक उन्माद फैलाकर सत्ता में बने रहना चाहता है तो कोई जातीय दीवार खड़ी कर। डा.जोशी ने विश्वास जताया कि जनता इस बार देश को कमजोर करने वाली पार्टियों का साथ नहीं देगी, भाजपा की बनने वाली सरकार ही देश की सत्ता संभालेगी।
प्रदेश अध्यक्ष डा.लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने टिकट वितरण में कार्यकर्ताओं को तरजीह देने की बात कही। इस बात पर खुशी जाहिर की कि काशी क्षेत्र में 83 प्रतिशत बूथों का गठन हो गया है। विश्वास जताया कि भाजपा हर सीट पर मजबूती से लड़कर फतह हासिल करेगी।
दोनों ही बैठकों में काशी क्षेत्र के पूर्व व वर्तमान जन प्रतिनिधियों व जिलाध्यक्षों ने अपनी उपेक्षा की शिकायत करते हुए आक्रोश व्यक्त किया। अमित शाह ने आश्वस्त किया कि टिकट वितरण में दागियों और दलबदलुओं को तरजीह नहीं दी जाएगी। कार्यकर्ताओं और स्थानीय नेताओं को ही मिलेगी तरजीह।
मंचासीन नेताओं में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश सिंह, केसरीनाथ त्रिपाठी, रमापतिराम त्रिपाठी, प्रदेश महामंत्री देवेन्द्र सिंह चौहान, महापौर रामगोपाल मोहले, सह प्रभारी रामेश्वर चौरसिया, सत्येन्द्र कुशवाहा, रामनाथ कोविद आदि थे।
कार्यकर्ताओं को दिए पांच मंत्र
-मतदाता सूची का सत्यापन
-बूथ रचना
-40 वर्ष से कम वालों को जोड़ना
-बूथ से तय दूरी पर वाल राइटिंग
-चहुंओर ‘कमल’ का प्रचार-प्रसार