मानसून अब मनमानी पर आमादा है। अक्टूबर का पहला सप्ताह चल रहा है, लेकिन देश के अधिकतर राज्यों से मानसून ने अब तक विदाई नहीं ली है। अमूमन उत्तरी व पूर्वी राज्यों जैसे पंजाब, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, गुजरात से मानसून की इस समय तक विदाई हो जाती है। इस बार अक्टूबर के पहले सप्ताह में भी झमाझम बारिश हो रही है। मौसम विभाग के आंकड़ों पर नजर डालें तो इस बार वर्ष 1956 के बाद सबसे लंबी अवधि का मानसून बताया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश के दक्षिणी इलाकों जैसे बुंदेलखंड, इलाहाबाद, फतेहपुर, वाराणसी, बांदा, हमीरपुर में आए चक्रवातीय तूफान ने जबर्दस्त तबाही मचाई है। उधर आगरा, कानपुर में भी बारिश से काफी नुकसान हुआ है। इस बेमौसम की बरसात से खासतौर पर त्योहारों की तैयारियों को जबर्दस्त झटका लगा है।
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दरअसल बंगाल की खाड़ी में विकसित हुआ कम दबाव का क्षेत्र इस बेमौसम बरसात का कारण है। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार बंगाल की खाड़ी से मध्य प्रदेश पहुंचे कम दबाव के क्षेत्र ने उत्तर प्रदेश सहित देश के पूर्वी व पश्चिमी राज्यों में बारिश से जनजीवन अस्तव्यस्त कर डाला है। अनुमान यह है कि रविवार को भी पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार व झारखंड में अच्छी बारिश होगी। स्काईमेट के महेश पालावत बताते हैं कि उत्तर प्रदेश, बिहार को छोड़ कर ज्यादातर राज्यों से मानसून की विदाई हो जाती है, लेकिन इस बार अब तक का यह सबसे लंबा मानसून रहा है। दरअसल अक्टूबर माह में चक्रवात, सामान्य स्थिति नहीं कही जा सकती।
राजधानी स्थित आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक जेपी गुप्ता कहते हैं कि बुंदेलखंड, इलाहाबाद, बांदा, हमीरपुर, फतेहपुर में काफी बारिश रिकॉर्ड की गई है। रविवार से कुछ राहत की उम्मीद है। हालांकि सात अक्टूबर को भी कुछ इलाकों में हल्की बारिश होने की संभावना है। प्रदेश के उत्तरी हिस्से जैसे बहराइच, बरेली, अलीगढ़, मुरादाबाद, मेरठ में बदली छाई रहेगी। राजधानी लखनऊ में मिलाजुला मौसम रहेगा। कुछ स्थानों पर हल्की बारिश भी हो सकती है।
मौसम की इस मनमानी का सबसे अधिक असर त्योहारों की तैयारियों पर पड़ा है। दुर्गा पूजा के लिए लगाए जा रहे पंडाल का काम रूक गया है, रामलीला की तैयारियों में भी खासी दिक्कतें पेश आ रही हैं। यही नहीं जिन लोगों ने दीपावली के मद्देनजर रंग-रोगन की योजना बना रखी थी उन्हें भी फिलहाल कुछ समय के लिए काम टालना पड़ा है। मौसम विभाग के अनुसार आठ अक्टूबर से राहत मिलने की संभावना है।