मरीजों की भरमार, लोहिया के डेंगू बार्ड में लटके हैं ताले

Uncategorized

फर्रुखाबाद: फर्रुखाबाद ही नहीं अडोस-पड़ोस के जिलों में डेंगू मरीजों की भरमार है| लोहिया अस्पताल में डेंगू के मरीजों को छिपाए जाने के कारण ही डेंगू के दोनों बार्डों में ताले जड़ दिए गए हैं|

लोहिया अस्पताल के ४ नंबर कक्ष में बुखार व मलेरिया के मरीजों के साथ ही डेंगू की शिकार शकुन्तला को भर्ती किया गया है| जबकि उसे डेंगू बार्ड में भर्ती किया जाना चाहिए था| थाना नबावगंज के ग्राम मिलकिया निवासी शिव सिंह ने बताया की बाजार में कराये गए टेस्ट में पत्नी शकुन्तला में डेंगू पाया गया है| उधर अस्पताल के दोनों डेंगू बार्ड़ो में गेट पर एक नहीं दो-दो ताले लटके हैं|

अस्पताल के एक डाक्टर ने बताया की डेंगू के मरीजों को छिपाया जा राह है| यदि ज़रा सा भी संदेह होने पर मरीजों का डेंगू टेस्ट कराया जाए तो असलियत सामने आने पर हाहाकार मच जाएगा| जिले में जो आये दिन मरीज बिचित्र बीमारी के उपचार के अभाव में मर रहे हैं वास्तव में अधिकांस मरीज डेंगू के ही शिकार हैं|

काशीराम नगर थाना सिंकदरपुर के ग्राम बडोला निवासी बीमार हरवीर व् उनकी १५ वर्षीय पुत्री विमलेश कुमारी इलाज के अभाव में लोहिया अस्पताल परिसर में लेटे रहे| राजीव ने बताया की मै माँ-बाप के साथ बहन विमलेश के पेट दर्द का इलाज कराने बड़ी उम्मीद से यहाँ आया था| डाक्टर ने बहन को भर्ती करने से मना कर दिया और बाप को भी बुखार आ गया है| इलाज न होने के कारण वह लोग मायूस होकर लौट गए| सफाई न होने के कारण अस्पताल में गंदगी के अलावा मच्छरों की भी भरमार हो गयी हैं|

जिले में व्यापक रूप से फ़ैली बुखार की महामारी अब किसी से छिपी नहीं है| शायद ही कोई परिवार अभी तक इस बीमारी से अछूता रहा हो नहीं तो परिवार के कई सदस्य बिस्तरों पर लेट चुके हैं| और इलाज कराने के लिए इधर-उधर भटक रहे हैं|

बीते पखबारे से बुखार के मरीजों ने लोहिया अस्पताल के किसी भी बिस्तर को खाली नहीं छोड़ा हैं| मजबूरी में मरीजों को किशोर आदि बार्डों में भी भर्ती किया गया है| हाउसफुल हो जाने के कारण मरीजों को दवा देकर टरकाया जा रहा है|

यही हाल जिले के प्राईवेट अस्पतालों की है| महामारी के इस दौर में झोला छाप डाक्टरों की बल्ले-बल्ले है| जो सुबह से देर रात तक मरीजों पर नुस्खे प्रयोग कर मोटी कमाई कर रहे हैं|

जिले के ही विधायक अनंत कुमार मिश्र अन्टू सूबे के स्वास्थ्य मंत्री हैं, उनकी बात छोंड़ो उनके प्रतिनिधि जितेन्द्र ओझा का भी कोई अता-पता नहीं हैं| रामभरोसे चल रही हैं स्वास्थय सेवायें| अस्पताल में मौज मस्ती से ड्यूटी करने वाले नर्स ने बताया कि डेंगू का कोई मरीज नहीं है| वह बीमार मरीजों की भी संख्या नहीं बता सके|