FARRUKHABAD : केन्द्रीय कारागार फतेहगढ़ में उस समय अचानक अफरा तफरी मच गयी जब पता चला कि प्रधान बंदी रक्षक का शव उनके ही मकान में पड़ा है। आनन फानन में जेल कर्मचारियों ने बंदी रक्षक को लोहिया अस्पताल पहुंचाया। जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
पड़ोसी जनपद मैनपुरी के थाना बिछवां के ग्राम अंजनी निवासी 55 वर्षीय जघन सिंह यादव पुत्र कामनाथ सिंह यादव केन्द्रीय कारागार फतेहगढ़ में प्रधान बंदी रक्षक के पद पर बीते तकरीबन पांच वर्षों से तैनात हैं। बीते दिन ही उनकी पत्नी उर्मिलादेवी उनके पास से अपने गांव अंजनी गयीं थीं। जघन सिंह की ड्यूटी दिन में चल रही है।
गुरुवार को उन्हें प्रातः 7 बजे अपनी ड्यूटी पर जाना था। लेकिन वह नौकरी पर नहीं पहुंचे। शाम तकरीबन तीन बजे वह अपने घर पर ही थे। जेल के ही बंदी रक्षक दिलीप कुमार यादव ने बताया कि वह ग्रामीण बैंक से पैसे निकालने के लिए जाने वाला था लेकिन बारिश हो रही थी। इस बजह से दिलीप ने जघन सिंह का छाता लेना चाहा।
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इसके लिए वह जघन सिंह के घर पहुंचा तो देखा कि प्रधान बंदी रक्षक जघन अपने घर में पड़े हैं। एक पैर हीटर के पास लगा हुआ था। जिससे पैर झुलस भी गया था। जघन सिंह यादव के पड़े होने की खबर जेल प्रशासन को लगी तो आनन फानन में उन्हें लोहिया अस्पताल पहुंचाया गया लेकिन चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलने पर वरिष्ठ जेल अधीक्षक यादवेन्द्र शुक्ला मौके पर पहुंचे और परिजनों को सांत्वना दी।