FARRUKHABAD : जनपद में तहसील दिवस को अधिकारियों की शिथिलता व कर्मचारियों के भ्रष्टाचार ने मखौल बना दिया है। दूर दराज से आने वाली भोली भाली जनता की शिकायतों को कर्मचारियों द्वारा दर्ज तक नहीं किया जा रहा है और उन्हें झूठा दिलाशा देने के लिए बिना आवेदन संख्या दिये अधिकारी के पास भेज दिया जाता है। जिसके बाद फरियादी को गुमराह करके किसी तरह चलता कर दिया जाता है।
मंगलवार को तहसील दिवस में सुबह के समय सैकड़ों की संख्या में फरियादियों की भीड़ लग गयी। अपर जिलाधिकारी आलोक कुमार की अध्यक्षता में हुए सदर तहसील के तहसील दिवस में फरियादी अपनी शिकायत दर्ज कराने को लाइन में लगे थे। लाइन में लगे फ रियादियों की शिकायतों को तहसील के लिपिक संजय चौरसिया द्वारा रजिस्टर के अलावा इंटरनेट पर भी चढ़ाया जा रहा था। लेकिन संजय चौरसिया द्वारा आधे से अधिक फरियादियों की शिकायतें मात्र रजिस्टर पर ही दर्ज कर उन्हें चलता कर दिया जाता। उन्हें कोई भी आवेदन संख्या नहीं दी जाती। भोलेभाले अनपढ़ फरियादी शिकायत को लेकर अधिकारी के पास पहुंच जाते।
ऐसा नहीं है कि अधिकारी बिना आवेदन संख्या की शिकायत को देखकर तहसील दिवस में किये जा रहे खेल को समझ न पाते हैं, लेकिन सबकुछ जानते हुए भी अधिकारी इस पर कुछ न कहकर फरियादी को कुछ झूठा दिलाशा देकर टरका देते हैं। अधिकारी, कर्मचारी व फरियादी की तिकड़ी में तहसील दिवस अब मखौल बनता जा रहा है। कुछ जागरूक शिकायतकर्ता अपना आवेदन संख्या मांगते हैं तो उन्हें काफी हुज्जत के बाद इंटरनेट पर चढ़ाकर आवेदन संख्या दे दी जाती है।
मंगलवार को हुए तहसील दिवस में बेचेलाल पुत्र मेवाराम निवासी भोजपुर जब तहसील सदर में शिकायत लेकर पहुंचा और उसने बताया कि उसकी पट्टे की भूमि पर कुछ लोग अवैध कब्जा किये हैं जिसकी पैमाइस करायी जाये ।तो बाबू संजय चौरसिया ने शिकायत को इंटरनेट पर दर्ज न कर उसे यूं ही अधिकारियों के पास सीधे भेज दिया। अधिकारियों ने भी लगे हाथ उसे टरकाने का काम किया।
वहीं गदनपुर तुर्रा निवासी रमेशचन्द्र पुत्र सिद्धगोपाल अपनी जमीन की पैमाइस कराने के सम्बंध में शिकायत लेकर आये तो उन्हें भी उसी प्रक्रिया से गुजरना पड़ा और बिना आवेदन संख्या दिये ही एडीएम आलोक कुमार के पास भेज दिया। उन्हें भी जांच की घुट्टी पिलाकर वापस कर दिया गया।
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यादराम पुत्र नरबीर सिंह निवासी कटिन्ना मानिकपुर मोहम्मदाबाद ने मोहल्ले में प्रधान द्वारा हैन्डपम्प न लगवाये जाने की शिकायत करते हुए हैन्डपम्प लगवाने की मांग की तो उन्हें भी ठंडा पानी एक ही बार में एडीएम साहब ने पिलाकर वापस कर दिया और कहा कि हैन्डपम्प लग जायेगा। हो गया मौके पर ही निस्तारण। वहीं कनकौली भोजपुर निवासी वंशलाल पुत्र रामलाल ने भूमि पर अवैध कब्जे की शिकायत की। तो पहले तो उनकी शिकायत ही इंटरनेट पर दर्ज नहीं की गयी इसके बावजूद उन्हें भी साहब ने जांच का आश्वासन देकर चलता कर दिया।
शासन द्वारा भले ही इंटरनेट पर आवेदन पत्रों को फीड कर उसके बाद उनका तय समय में निस्तारण करने के निर्देश दिये गये हों लेकिन अधिकारी उससे भी जल्दी आवेदन पत्रों को बिना चढ़ाये ही हमेशा के लिए खत्म कर देने का काम कर रहे हैं। जिससे तहसील दिवस अब मखौल बनता जा रहा है।