लखनऊ। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली के पार्टी संगठन मे प्रियंका गांधी बढेरा की बढ़ती दिलचस्पी से उनकी चुनावी राजनीति में उतरने का संकेत माना जा रहा है। पिछले दस सालों से राजनीति से दूर रहने वाली कांग्रेस की स्टार प्रचारक प्रियंका साल भर से अपनी मां सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र के संगठन को दुरुस्त करने में जुटी हुई हैं। प्रियंका और राहुल आज इन दोनों संसदीय क्षेत्रों के दौरे पर हैं।
रायबरेली ही नहीं पार्टी के अंदरुनी सूत्रों के अनुसार अब उनके भाई और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने उन्हें अपने संसदीय क्षेत्र अमेठी के संगठन को भी चुस्त-दुरुस्त करने की कमान सौंप दी है। सोनिया गांधी स्वास्थ्य कारणों से रायबरेली कम ही आ पा रही हैं, ऐसी स्थिति मे प्रियंका गांधी बढेरा की मौजदूगी और रायबरेली और अमेठी में उनकी दिलचस्पी किसी बड़े राजनीतिक बदलाव की ओर इशारा है।
सूत्रों का तो यहां तक कहना है कि प्रियंका और राहुल रायबरेली और अमेठी में से किसी भी सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। इसके पीछे कयास यह है कि रायबरेली मुख्यत: प्रधानमंत्री की सीट रही है और प्रधानमंत्री पद के प्रबल दावेदार राहुल यहां से चुनाव लड़ सकते हैं।
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पिछले एक साल में प्रियंका ने योजनाबद्ध तरीके से इंटरव्य़ू के माध्यम से संगठन के प्रति वफादार लोगों को रायबरेली जिला कांग्रेस कमेटी की जिम्मेदारी सौंपी। अब वह यही प्रक्रिया अमेठी में भी अपना रही हैं। प्रियंका की रायबरेली और अमेठी में अचानक रुचि को राजनीतिक विश्लेषक आने वाले समय में बड़े बदलाव के रूप में देख रहे हैं।
रायबरेली में उनकी कवायद की सफलता को देखते हुए ही राहुल गांधी ने उनको अमेठी के संगठन के संबंध में जिम्मेदारी दी है। इसी क्रम में दोनों भाई-बहन ने आज अमेठी का दौरा भी किया।