डेंगू: पहचान, इलाज व् बचाव

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डेंगू की पहचान

फर्रुखाबाद : डेंगू एक बीमारी है जो इजिप्टी मच्छरों के काटने से होती है। इस बीमारी में तेज बुखार के साथ शरीर के उभरे चकत्तों से खून रिसता है। डेंगू के चार प्रकार के वायरस होते हैं। बहुत ऊंचा ज्वर, जिसका कोई स्थानीय कारण समझ में न आये, सारे शरीर पर चकत्ते पड़ जायें और रक्त में प्लेटलेट्स की संख्या कम रह जाये।

इलाज

डेंगू के उपचार में मुख्य तरीका सहायक चिकित्सा देना है। मुख्य रूप से तरल न देने पर शरीर में पानी की कमी हो सकती है। रक्तस्राव शुरू हो जाने और प्लेटलेट्स की संख्या बहुत कम होने पर खून और प्लेटलेट्स चढ़ाने पड़ते हैं। इस संक्रमण में एस्प्रीन या गैरस्टेराइड दवाएं लेने पर रक्तस्राव बढ़ जाता है। इसके स्थान पर संदिग्ध मरीजों को पैरासीटामाल देना चाहिए।

नियंत्रण और बचाव

डेंगू से बचाव का सबसे प्रभावी तरीका मच्छरों की आबादी पर काबू करना है। इसके लिए या लार्वा पर नियंत्रण करें या वयस्क मच्छरों की आबादी पर। एडिस मच्छर कृत्रिम जल संग्रह पात्रों में जनन करते हैं। जैसे टायर, बोतलें, कूलर, गुलदस्ते इन जल पात्रों को बराबर खाली करना चाहिए। लार्वा नियंत्रण का बेहतर तरीका है।