लखनऊ: कर्तव्य निभाने में लापरवाही पर मुख्यमंत्री से माफी मांगने के चंद घंटों के अन्दर सरकार ने गौतमबुद्धनगर के एसडीएम पद से निलंबित आइएएस अफसर दुर्गा शक्ति नागपाल को सेवा में बहाल कर दिया। वह राजस्व परिषद में योगदान आख्या देंगी लेकिन जल्द ही उन्हें नयी तैनाती दिये जाने की उम्मीद है।
प्रदेश सरकार ने 26 जुलाई को देर रात गौतमबुद्धनगर की एसडीएम दुर्गा शक्ति नागपाल को निलंबित कर दिया था। उन पर बिना कानूनी प्रक्रिया के एक मस्जिद की दीवार गिरवा देने का आरोप था। इस निलंबन पर यूपी आइएएस एसोसिएशन और केंद्रीय एसोसिएशन ने तीखा विरोध जताया था। विपक्षी दलों ने इस कार्रवाई के पीछे खनन माफिया का हाथ होने का आरोप लगाते हुए सरकार को कठघरे में खड़ा कर दिया था। प्रकरण सुप्रीम कोर्ट तक गया। दुर्गा शक्ति को सरकार ने आरोप पत्र थमाया और उनके जवाब से संतुष्ट नहीं होने पर प्रमुख सचिव (गृह)आरएम श्रीवास्तव को जांच अधिकारी नियुक्त कर दिया गया।
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इस बीच निलंबित आइएएस दुर्गा शक्ति नागपाल ने 21 सितंबर को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से उनके सरकारी आवास पर मुलाकात की और कर्तव्य में लापरवाही के लिए मुख्यमंत्री से माफी मांगी। उन्हें प्रत्यावेदन दिया जिसमें मस्जिद की दीवार गिराने से लेकर कई अन्य बिन्दुओं का उल्लेख था। इसे दुर्गा शक्ति नागपाल की बहाली का संकेत माना गया था।
सूत्रों का कहना है कि इस मुलाकात के चन्द घंटों के अन्दर प्रमुख सचिव (गृह) आरएम श्रीवास्तव ने अपनी जांच रिपोर्ट प्रमुख सचिव नियुक्ति को भेजी। जिसके आधार पर दुर्गा शक्ति नागपाल को बहाल करने का फैसला ले लिया गया। बहाली के साथ ही दुर्गा नागपाल को भविष्य में दायित्वों के निवर्हन में सतर्कता बरतने की चेतावनी भी दी गयी है। हालांकि सरकार की ओर से एक लाइन में वर्ष 2010 बैच की आइएएस दुर्गा शक्ति के सेवा में बहाल होने की जानकारी दी गयी है।
सूत्रों का कहना है कि दुर्गा शक्ति नागपाल को फिलहाल राजस्व परिषद में ही सेवा में बहाल होने की योगदान आख्या देने को कहा गया है। उनको जल्द ही नयी तैनाती मिलने के आसार हैं। गौरतलब है कि प्रशिक्षण की अवधि पूरी होने के बाद उनके आइएएस पति अभिषेक सिंह को शासन ने झांसी का ज्वाइंट मजिस्ट्रेट नियुक्त किया था। बाद में उनका तबादला संशोधित करते हुए उन्हें कानपुर देहात में नियुक्त किया गया है। नियुक्ति विभाग के सूत्रों का कहना है कि बहाल की गयी आइएएस दुर्गा शक्ति नागपाल को जल्द ही नयी तैनाती दी जाएगी।
कब-क्या
-26 जुलाई की रात दुर्गा नागपाल निलंबित
-4 अगस्त को उन्हें आरोप पत्र सौंपा गया
-16 अगस्त को दुर्गा नागपाल ने जवाब दिया, जिससे संतुष्ट नहीं होने पर सरकार ने प्रमुख सचिव को जांच अधिकारी बनाया
-21 सितंबर को दुर्गा शक्ति नागपाल मुख्यमंत्री से मिलीं
-22 सितंबर को प्रमुख सचिव (गृह) ने जांच रिपोर्ट दी
-22 सितंबर को शासन ने उन्हें बहाल कर दिया गया