लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानमंडल का चार दिवसीय मानूसन सत्र सोमवार को हंगामे के बीच शुरू हुआ। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी), कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और राष्ट्रीय लोकदल (आरएलडी) के सदस्यों ने सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी (एसपी) की सरकार के खिलाफ जमकर हंगामा किया।
विधानसभा की कार्यवाही सोमवार सुबह 11 बजे जैसे ही शुरू हुई बीएसपी, कांग्रेस, आरएलडी और बीजेपी के विधायकों ने मुजफ्फरनगर हिंसा को लेकर जमकर हंगामा शुरू कर दिया। बीएसपी के सदस्यों ने सदन में पोस्टर लहराए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
विपक्ष ने एक सुर से सरकार पर हल्ला बोलते हुए कहा कि सरकार ने हिंसा को समय रहते काबू नहीं किया और इस मामले में सरकार की तरफ से लापरवाही बरती गई। विधानसभा अध्यक्ष के अनुरोध के बावजूद विपक्षी सदस्य हंगामा करते रहे। हंगामे को देखते हुए सदन की कार्यवाही पहले आधे घंटे के लिए और फिर दोपहर 12:15 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
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गौरतलब है कि सत्र की पूर्व संध्या पर ही विपक्ष के तीखे तेवरों से यह साफ हो गया था कि वे सरकार को घेरने का मौका किसी भी सूरत में नहीं छोड़ेंगें और सोमवार को सदन की कार्यवाही जैसे ही शुरू हुई सभी विपक्षी दलों ने एक साथ सरकार पर हमला बोला। लगभग साढ़े पांच महीने बाद होने जा रहा विधानमंडल का मानसून सत्र संक्षिप्त रहने की उम्मीद है। विधानसभा अध्यक्ष और विधान परिषद की कार्य मंत्रणा समितियों ने सदन का चार दिन का समय निर्धारित किया है लेकिन सूत्रों का कहना है कि सरकार परेशानियों से बचने के लिए इससे पूर्व भी सत्र का समापन करा सकती है।
विधानमंडल के मानसून सत्र के कार्यक्रम के मुताबिक सत्र 16 सितंबर को शुरू हो कर 20 सितंबर को समाप्त हो जाएगा। इस बीच मंगलवार, 17 सितंबर को विश्वकर्मा पूजा के कारण अवकाश भी रहेगा। 18 सितंबर को सरकार की तरफ से अनुपूरक बजट पेश किया जाएगा और 19 और 20 सितंबर को विधायी कार्य निपटाए जाएंगे।