FARRUKHABAD : फर्रुखाबाद: पहले से ही अनुशासन हीनता के मामले में अब्बल सपाई एक बार फिर अनुशासनहीनता मंत्री शिवपाल सिंह की सभा के दौरान करते नजर आये। पूर्व में ही कार्यक्रम तय हो जाने के बावजूद छुटवैये सपा नेताओं का पुलिस से मंच पर जाने को लेकर जमकर विवाद हुआ। कइयों ने तो पुलिस को देख लेने की धमकी तक दे डाली।
प्रातः तकरीबन साढ़े 10 बजे के बाद पान्डाल में सियासी सख्शियतों का पहुंचना शुरू हो गया था। मंच पर श्रम संविदा बोर्ड के अध्यक्ष सतीश दीक्षित, माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री विजय बहादुर पाल, तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री आलोक शाक्य, राज्य मंत्री टी प्रसाद, राजपाल कश्यप, पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष रामआसरे वर्मा आदि मौजूद थे। मंच पर पहुंचकर आम जनता और प्रशासन ने अपनी हनक बनाने के चक्कर में छुटवैये नेताओं ने डी में घुसने का प्रयास किया तो कोई मंच से ऊपर जाने वाली सीड़ियों तक पहुंचने के बाद मुहं की खाकर लौटा।
मंच के आगे बनी डी में मीडिया के लिए व्यवस्था की गयी थी। अन्य किसी को उसमें घुसने की कोई अनुमति नहीं थी। तभी अचानक नये – नये सपा में शामिल हुए लाखन सिंह कठेरिया डी में घुसकर मंच पर पहुंचने का प्रयास करने लगे तो मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोका। जिस पर वह भड़क गये और बोले कि यह तो उनका खुद का कार्यक्रम है। लेकिन इसके बावजूद भी पुलिस ने उनका दबाव नहीं माना और किसी भी कीमत पर मंच तक जाने के लिए मना कर दिया। जिस पर लाखन सिंह कठेरिया की तीखी झड़प पुलिस से हो गयी। इसके बाद कई छुटवैये नेताओं को मंच पर जाने से रोका गया। कुछ के साथ पुलिस ने धक्कामुक्की भी कर दी।
वहीं सपा नेता मुख्तार अहमद टेनी भी मंच पर जाने के लिए पुलिस से भिड़े लेकिन पुलिस ने उन्हें जाने से रोक दिया और बैठ जाने को कहा। खिसियाये टेनी मंच के पास ही पड़ी खाली जगह में बैठ गये।