FARRUKHABAD : राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद उत्तर प्रदेश के आह्वान पर शनिवार को काम बंद हड़ताल के दूसरे दिन जनपद में पूर्णतः काम बंद की घोषणा की गयी। लेकिन मंत्री के आगमन की तैयारियों में जुटे अधिकांश विभागों में कर्मचारी काम करते रहे। जिससे राज्य कर्मचारियों की भूख हड़ताल व काम बंद हड़ताल आधी अधूरी ही रही।
कर्मचारियों ने कोषागार कार्यालय फतेहगढ़ के समक्ष तीन घंटे धरने पर बैठकर कोई भी बिल पारित नहीं होने दिया। अपरान्ह 3 बजे जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के समक्ष एक बैठक का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता जिला अध्यक्ष अखिलेशचन्द्र अग्निहोत्री ने किया। संचालन करते हुए जिला मंत्री शेष नरायन सचान ने कहा कि देश की संसद में मजदूर विरोधी पेंशन विधेयक पास करके मजदूरों और कर्मचारियों के साथ धोखा किया है। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद इस काले कानून का कड़ा विरोध करेगी।
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जिलाध्यक्ष अखिलेशचन्द्र अग्निहोत्री ने सरकार द्वारा संविदा के रूप में तैनात किये जा रहे कर्मचारियों की नीति का कड़ा विरोध करते हुए कहा कि रिक्त पदों पर समस्त संविदाकर्मी को तत्काल नियमित किया जाना चाहिए और यदि भारत की संसद को संविदा पर बहुत अधिक भरोसा है तो देश के समस्त सांसद और विधायकों के पद तत्काल संविदा के आधार पर भरे जाने का कानून पास किया जाये।
वहीं कर्मचारियों की कामबंद भूखहड़ताल के बावजूद अधिकांश विभागों में कर्मचारी काम करते दिखायी दिये। जिससे हड़ताल पूरे दिन न होकर कुछ घंटों में ही निबट गयी।
सभा में इंजीनियर वीरेन्द्र सिंह सूर्यवंशी, इंजीनियर अजय कुमार वर्मा, राजेश अग्निहोत्री, पंकज शुक्ला, मयंक द्विवेदी, प्रमोद शुक्ला, सुबोध तिवारी, कौशलेन्द्र सिंह राठौर, चक्र सिंह यादव, नारायण देवी, एस कुमार, जितेन्द्र सिंह, शिव कुमार, विनोद कुमार कटियार, रामनन्दन लाल, जवाहर लाल शुक्ला, राजू दुबे, आर सी गौतम, मदनलाल दीक्षित, राजेश कुमार सक्सेना ने भी अपने विचार व्यक्त किये।