लखनऊ : ग्रामीण क्षेत्रों में तैनात शिक्षकों को बेसिक शिक्षा विभाग अब विशेष भत्ता देगा। शिक्षकों को ग्रामीण क्षेत्रों की ओर आकर्षित करने के लिए ये कवायद की जा रही है। प्रदेश के बेसिक शिक्षा मंत्री की पहल पर इस नई व्यवस्था को लागू करने के लिए नियमावली में जरूरी संशोधन किए जाएंगे और इसके लिए काम शुरू कर दिया गया है। खुद बेसिक शिक्षा मंत्री राम गोविंद चौधरी ने इस बात की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के इस फैसले से जहां ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यरत लाखों शिक्षकों को फायदा मिलेगा वहीं, शिक्षकों की कमी के कारण बंद होने की कगार पर पहुंचे परिषदीय स्कूलों को दोबारा चलाया जा सकेगा।
बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित परिषदीय प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में राजधानी समेत प्रदेशभर में तकरीबन साढ़े तीन लाख अध्यापक हैं। इसमें से शिक्षकों की बड़ी संख्या ग्रामीण क्षेत्रों में तैनात की गई है।
वर्तमान व्यवस्था के अनुसार शहरी क्षेत्र के स्कूलों में तैनात शिक्षकों को सिटी कंवेंस अलाउंस दिया जाता है लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में इस तरह के भत्ते की कोई व्यवस्था नहीं है। इतना ही नहीं, ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षकों को मिलने वाली एचआरए भी काफी कम है। ऐसे में ज्यादातर शिक्षक ग्रामीण की जगह शहरी स्कूलों में तैनाती के लिए जुगाड़ लगाते हैं। नतीजतन ग्रामीण क्षेत्र के परिषदीय स्कूलों में शिक्षकों का हमेशा टोटा रहता है। कई जगह तो शिक्षामित्रों के भरोसे भी स्कूल चलाए जाते हैं। इस स्थिति में सुधार के लिए ही ग्रामीण क्षेत्रों में तैनात शिक्षकों को भी विशेष भत्ता देने पर विचार किया जा रहा है।
[bannergarden id=”11″][bannergarden id=”8″]