KAMALGANJ (FARRUKHABAD) : शिक्षक बनने की चाह सिर्फ अमीरों में ही नहीं कुछ निचले तबके के छात्र छात्राओं में भी है। लेकिन व्यापारीकरण हो चुकी उच्च शिक्षा मात्र उन्हीं को मिल पा रही है जो मोटी रकम इसमें खर्च करने के लिए तैयार है। लेकिन उच्च शिक्षा का जज्बा रखने वाले कुछ निचले तबके के लोग भी इसमें शामिल होने से पीछे नहीं रहते। लेकिन बेरहम कालेज प्रशासन इन्हें भविष्य बनाने की बात तो दूर पूरे सत्र पढ़ाई भी ढंग से नहीं करने देता और मानसिक प्रताड़ना झेलने के लिए विवश कर देता है।
[bannergarden id=”8″]
जनपद के बीएड कालेजों में छात्र छात्राओं से जमकर वसूली की जा रही है। बैग के नाम पर वसूली, टीचिंग किट के नाम पर अलग वसूली, ड्रेस, टाई से लेकर प्रैक्टिकल में नम्बर अच्छे देने तक के लिए अच्छी खासी रकम वसूली जाती है। इसी वसूली से परेशान एक कमालगंज आरपी कालेज के बीएड के छात्र को उस समय बेहोशी का दौरा आ गया जब वह क्लास में अच्छा भला पढ़ रहा था।
[bannergarden id=”11″]
शहर के मोहल्ला पल्ला जटवारा निवासी अंकित अरुणा शुक्रवार को सकुशल कालेज में पढ़ने के लिए पहुंचा और वह अन्य छात्रों के साथ पढ़ाई कर रहा था। इसी बीच उसकी एक तेज आवाज के साथ चीख निकली और बेहोश हो गया। आनन फानन में साथी छात्रों ने उसे कमालगंज सामुदायिक स्वास्थ्यकेन्द्र में भर्ती कराया। जहां हालत गंभीर होने पर उसे लोहिया अस्पताल के लिए रिफर कर दिया। हालांकि छात्र अंकित अरुणा ने कालेज प्रशासन द्वारा वसूली की पुष्टि नहीं की है।