फर्रुखाबादः अन्य विभागों की बात छोड़ भी दे, यहां तो प्रशासन की रीढ़ समझे जाने वाले राजस्व विभाग का ही हाल बेहाल है। स्थिति यह है कि राजस्व विभाग में प्रशासनिक अधिकारी के पद पर कार्यरत कर्मचारियों के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी के पद प्रोन्नति की फाइल विगत दो माह से अधिक समय से सचिवालय में दबी है। विभाग मुख्यमंत्री के चाचा शिवपाल सिंह के पास है, जिनकी व्यस्तता के चलते फायल पर हस्ताक्षर नहीं हो पा रहे है। प्रदेश में कुल प्रोन्नति पाये 39 में से पांच विगत दो माह में रिटायर हो चुके है। तीन इसी माह सेवा निव्रत हो जायेंगे।
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विदित है कि विगत 11 जून को प्रदेश स्तर पर कुल 39 कलेक्ट्रेट कर्मचारियों का प्रशासनिक अधिकारी से वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी पर प्रमोशन किये जाने की फाइल तैयार हो चुकी थी। फायल को मंत्री के अनुमोदन के लिये भेजा गया। परंतु दुर्भाग्य यह कि इसी दौरान तत्काल राजस्व मंत्री अंबिका चौधरी का विभाग मुख्यमंत्री के चाचा शिवपाल सिंह यादव के पास पहुंच गया। इस फेर बदल में मंत्री के स्टाफ ने फाइल को वापस राजस्व परिषद भेज दिया। तब से फाइल राजस्व परिषद और मंत्रालय के बीच शटल-कॉक बनी हुई है। स्थिति यह है कि तब से अब तक फतेहपुर के प्रह्लाद कुमार, आगरा के जगराम चंद्र, कासगंज के रामदास, हरदोई के नन्हेंलाल रिटायर हो चुके हैं। इसी माह हमीरपुर के श्यामबिहारी लाल व फर्रुखाबाद केके वर्मा भी सेवा निव्रत हो जायेंगे। फतेहगढ़ के अनिल श्रीवास्तव भी अक्टूबर में रिटायर हो जायेंगे। कर्मचारी अब इस संबंध में उच्च न्यायालय जाने की फिराक में हैं।
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