FARRUKHABAD : दहेज जैसी कुप्रथा न जाने अभी कितनी जाने लेगी। पहले ही सैकड़ों की संख्या में विवाहित महिलायें दहेज लोभियों के कारण मौत के मुहं में जा चुकी हैं लेकिन कोई भी प्रभावी कदम नहीं उठाया गया। जिससे आये दिन महिलाओं को मौत के घाट उतारा जा रहा है। बीते दिन कोतवाली फतेहगढ़ के नेकपुर चैरासी निवासी श्रीराम के पुत्र प्रदीप कुमार की पत्नी कंचन की कैरोसिन डालकर जलने के बाद उपचार के दौरान मौत हो गयी थी। विवाहिता के मायके पक्ष ने बीएसए कार्यालय में तैनात चतुर्थश्रेणी कर्मचारी प्रदीप कुमार सहित सात लोगों पर दहेज हत्या का मुकदमा पंजीकृत कराया है।
[bannergarden id=”8″]
मृतक कंचन की मां शांतीदेवी ने दर्ज करायी गयी रिपोर्ट में कहा है कि उसकी पुत्री का विवाह बीते 17 अगस्त 2011 को प्रदीप कुमार पुत्र सियाराम के साथ धूमधाम से हुआ था। प्रदीप की शादी में तकरीबन पांच लाख रुपये खर्च किये गये थे। लेकिन इसके बावजूद भी वह खुश नहीं था। दहेज में एक सोने की जंजीर और मोटरसाइकिल के साथ-साथ 50 हजार रुपये की मांग करता था और आये दिन कंचन को मारपीट कर प्रताडि़त भी करता था।
[bannergarden id=”11″]
इसमें परिवार के अन्य सदस्य भी शामिल होते थे। आरोप है कि 3 अगस्त 2013 को रात तकरीबन साढ़े 8 बजे दहेज की मांग को लेकर ससुरालियों ने पिटायी कर दी और उस पर मिट्टी का तेल डालकर आग लगा दी। जिससे कंचन बुरी तरह से जल गयी थी। इसकी सूचना दामाद ने कंचन के मायके में नहीं दी। कंचन का भाई शिवम जब अपनी बहन के घर मिलने गया तब उसे मामले के सम्बंध में जानकारी हुई। प्रदीप ने आवास विकास स्थित एक प्राइवेट नर्सिंगहोम में कंचन को भर्ती कराया। जहां हालत गंभीर होने पर उसे कानपुर ले जाया गया। जहां 8 अगस्त को उसकी मौत हो गयी।
[bannergarden id=”17″]
शांतीदेवी ने आरोप लगाया कि पुत्री के ससुराल पक्ष के लोग मौत होने के तुरंत बाद शव अस्पताल में छोड़कर ही फरार हो गये। सूचना मिलने पर लड़की के मायके पक्ष के लोग कानपुर पहुंचे और वहीं उसका पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम कराया गया। कंचन के ससुराल पक्ष के कोई न होने के कारण मृतक कंचन की चिता को उसके एक वर्ष के पुत्र ने मुखाग्नि दी। जिससे सभी की आंखें गमगीन हो गयीं।
[bannergarden id=”18″]
शांतीदेवी ने दामाद सहित सात लोगों के खिलाफ कोतवाली में तहरीर दी। पुलिस ने आरोपी पति प्रदीप कुमार, मृतक के जेठ राजू उर्फ राजीव, जेठानी प्रवेश कुमारी, सास शारदा देवी, ननद मंजू व माधुरी, दामाद अखिलेश पुत्र श्यामसुन्दर के खिलाफ दहेज के मामले में धारा 458 ए, 304 बी आईपीसी के अलावा 3/4 के तहत मुकदमा पंजीकृत कराया है।