FARRUKHABAD : जनपद में ही नहीं पूरे प्रदेश में शिक्षक वेतन व बेहतर सुविधाओं की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं और प्रदेश व जनपद में शिक्षा का बुरा हाल है। शिक्षण समस्या से इतर समस्याओं को लेकर आये दिन शिक्षक धरना प्रदर्शन कर रहे हैं, जिससे बच्चों की पढ़ाई चैपट है। वही शासन प्रशासन भी शिक्षकों की लंबित समस्याओं को नजरंदाज कर शिक्षा व्यवस्था को चैपट करने में जुटा हुआ है।
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उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के कार्यकर्ता शिक्षकों ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन पत्र जिलाधिकारी को सौंपकर मांग की कि जनपद में जिला विद्यालय निरीक्षक के न होने के कारण शिक्षकों की समस्याओं का अम्बार लग गया है। जिलाधिकारी द्वारा जिला विद्यालय निरीक्षक का चार्ज बीएसए को दिया गया है। परन्तु बीएसए कोई भी कार्य नहीं कर रहे हैं। जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में नहीं बैठ रहे हैं। प्रत्येक दिन बेसिक शिक्षा अधिकारी को जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में बैठने का आदेश दिया जाये।
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माध्यमिक शिक्षकों ने बोर्ड परीक्षा 2013 का मूल्यांकन अप्रैल में ही पूर्ण कर लिया था परन्तु प्रभारी जिला विद्यालय निरीक्षक बीएसए द्वारा आज तक भुगतान की कार्यवाही नहीं की गयी। जोकि शासनादेश का उल्लंघन है। जिसके लिए बीएसए को दण्डित किया जाये।
शिक्षकों ने आरोप लगाया कि चयन बोर्ड से चयनित शिक्षक 15 दिनों से जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं लेनदेन की बात चल रही है। कार्यभार ग्रहण नहीं कराया गया। संगठन का जिला प्रशासन से अनुरोध है कि अभ्यर्थियों को अविलम्ब कार्यभार ग्रहण कराया जाये। लेखाकार से ईपेंमेंट भुगतान हेतु शीघ्र फीडिंग करायी जाये सहित विभिन्न समस्यायें रखीं।
इस दौरान संगठन के जिलाध्यक्ष लालाराम दुबे, जिला मंत्री नरेन्द्र पाल सिंह सोलंकी, मोहित तिवारी, जेपी दुबे, नवलकांत अग्निहोत्री आदि मौजूद रहे।