फर्रुखाबाद: नैतिकता और प्रशासनिक जबाबदेही दोनों सत्ता की चौखट पर गिरवी रखी है| चंद दिनों पहले एक सत्ताधारी दल के नेता के नगर आगमन पर जिस बाजार से मिड पार्किंग समाप्त करा दी गयी थी वहीँ आज जेड श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त समाजसेवी अन्ना हजारे के रोड शो में न तो उतनी सुरक्षा की जरुरत पड़ी और न ही बाजार से पार्किंग हटवाने की जरुरत समझी गयी| अन्ना का जनतंत्र प्रचार वाहन कछुआ गति से बाजार से निकली तो सभ्रांत नागरिको ने सड़क पर खड़े होकर उनका अभिवादन किया|
पुलिस तन्त्र के भी कई जवान अन्ना की तस्वीरो को अपने मोबाइल में कैद कर लेना चाहते थे| भ्रष्टाचार भले ही जड़ो में फ़ैल गया हो मगर इसकी टीस तो उनको भी हो सकती है जो इनमे लिप्त है| गाहे बगाहे एक बड़ा आन्दोलन अन्ना फिर से खड़ा करने की फिराक में है| एक नजर अन्ना के रोड शो पर-