FARRUKHABAD : जनपद में प्राथमिक शिक्षा व शिक्षकों का नाम पहले से ही बदनाम रह चुका है। ठेके पर शिक्षकों की हाजिरी पास करने का धंधा अभी भी बखूबी जारी है। सूत्रों की मानें तो जनपद में दर्जनों शिक्षिकायें स्कूलों में पढ़ाने न जाकर बखूबी शिक्षा अधिकारियों व माफियाओं की ड्युढ़ी पर पैसे हर माह चढ़ाते देखी जा सकती हैं। ऐसी स्थिति में जनपद की प्राथमिक शिक्षा में सुधार ला पाना बहुत ही टेड़ी खीर मानी जा रही है।
बुधवार को एसडीएम सदर राकेश पटेल व जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भगवत पटेल ने प्राथमिक विद्यालयों में औचक निरीक्षण किया। एसडीएम व बीएसए के एक साथ निरीक्षण की खबर लगते ही शिक्षकों में हड़कंप की स्थिति बन गयी। सुबह सुबह महरूपुर सहजू पहुंचे अधिकारियों ने मध्यान्ह भोजन व किताबें वितरण की हकीकत जानी। इसके बाद उन्होंने शौचालय का निरीक्षण किया व उसे साफ कराने के आदेश दिये।
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नगला पजाबा का औपचारिक निरीक्षण करने के बाद अधिकारियों ने याकूतगंज प्राथमिक विद्यालय का निरीक्षण किया। जहां पर प्रधानाध्यापिका ही गायब मिलीं। जब शिक्षकों से पूछा गया तो पता चला कि प्रधानाध्यापिका इससे पहले भी निरीक्षण में बिना छुट्टी गायब मिल चुकी हैं। वहीं बुधवार को हुए निरीक्षण में प्रधानाध्यापिका दो दिन से बिना छुट्टी के गायब मिलने पर एसडीएम ने उनके निलंबन के लिए लिखने को कहा।
खानपुर प्राथमिक विद्यालय में पानी भरा होने पर एसडीएम राकेश पटेल ने प्रधान अजय कटियार को मौके पर तलब किया। उन्होंने मौके पर ही जमकर खरीखोटी सुनाई व स्कूल के रख रखाव मद में आने वाले धन का ब्यौरा दिखाने को कहा। अधिकारियों के निरीक्षण की खबर से पूरे दिन शिक्षकों में हड़कंप की स्थिति रही।