लखनऊ : बेरोजगारों को नौकरी का झांसा देकर लाखों रुपए ठगने के आरोप में विधानसभा अध्यक्ष ने विधान सभा सचिवालय के विशेष कार्याधिकारी (ओएसडी) आरसी मिश्र को बर्खास्त कर दिया है। इसी मामले में विधानसभा अध्यक्ष के निजी सचिव जय किशोर द्विवेदी को निलंबित किया गया है। विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पाण्डेय ने हजरतगंज पुलिस को मामले में निष्पक्ष विवेचना के निर्देश दिये हैं और 15 दिनों के अंदर जांच रिपोर्ट मांगी है।
प्रमुख सचिव विधान सभा प्रदीप कुमार दुबे ने बताया कि बेरोजगार युवकों से ठगी के आरोप में गिरफ्तार युवकों के बयान में नाम आने के बाद दोनों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। प्रमुख सचिव प्रदीप कुमार दुबे के मुताबिक आरसी मिश्र को पुनर्नियुक्ति के जरिए विशेष कार्याधिकारी बनाया गया था, लिहाजा उन्हें बर्खास्त कर दिया गया है। जबकि निजी सचिव जय किशोर द्विवेदी को निलंबित करते हुए विभागीय कार्यवाही करायी जा रही है। उन्होंने बताया विधान सभा अध्यक्ष माता प्रसाद पाण्डेय हजरतगंज पुलिस को निर्देशित किया है कि इस मामले में निष्पक्ष जांच करते हुए 15 दिनों के अन्दर तफ्तीश पूरी कर रिपोर्ट उनके यहां भेजें।
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गौरतलब है कि हजरतगंज पुलिस ने 27 जून को जौनपुर के मंशाराम उपाध्याय व सुधीर यादव के खिलाफ ठगी की रिपोर्ट दर्ज करायी गयी थी। जिसमें आरोप लगाया गया था कि ठगों का गिरोह बेरोजगारों को सचिवालय के कक्ष संख्या -95 ख में बुलाकर साक्षात्कार लेता था और वहीं वसूली की जाती थी। पुलिस ने आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। दोनों ने पूछताछ में बताया था कि सचिवालय कर्मचारी जय किशोर द्विवेदी उनका साक्षात्कार लेने के बाद और फर्जी नियुक्ति जारी कर देता था। ऐसा ही एक नियुक्ति पत्र लेकर रविन्द्र सिंह जौनपुर के जिला विद्यालय निरीक्षक के पास पहुंचा तब इस गोरखधंधे का खुलासा हुआ। पुलिस ने सचिवालय कर्मचारियों को भी आरोपित करने के बाद रिपोर्ट प्रमुख सचिव विधान सभा को भेजी है।