लखनऊ : भारतीय जनता पार्टी अब आंदोलन में उतरने से पहले संगठन को दुरुस्त करने में जुटेगी। एक माह में मोर्चा प्रकोष्ठों के साथ बूथ और मंडल कमेटियों का गठन पूरा कर लेने की हिदायत है। संगठनात्मक सुस्ती दूर करने की कमान प्रभारी खुद संभालेंगे। क्षेत्र स्तरीय पर समीक्षा के बाद जिला कमेटियों का कामकाज आंका जाएगा।
अपने दो दिवसीय लखनऊ प्रवास में राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने प्रदेश के अधिकतर प्रमुख नेताओं से रूबरू हो संगठन का हाल जाना। बूथ प्रबंधन कार्य में गति न आने, जिला एवं मंडल कमेटियों का गठन पूरा न हो पाने की जानकारी मिली। कुछ मोर्चा-प्रकोष्ठों को छोड़ दे तो शेष में प्रदेश संयोजक नियुक्ति से आगे बात नहीं बढ़ सकी। कई प्रकोष्ठों के संयोजकों द्वारा प्रदेश कार्यालय में उनकी कमेटियां लम्बित होने की शिकायत भी दर्ज करायी गई। सूत्रों के मुताबिक राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने संगठन की सुस्त चाल पर नाराजगी जाहिर करते हुए एक माह के भीतर बूथ व मंडल कमेटियां गठित करने की हिदायत दी है। अधूरे संगठन के सहारे आंदोलन सफल होने पर भी शंका जतायी गई इसलिए सबसे पहले संगठन तैयार करने को कहा गया है।
[bannergarden id=”8″][bannergarden id=”11″]
उल्लेखनीय है जेल भरो आंदोलन दो बार स्थगित होने के बाद राष्ट्रीय नेतृत्व आंदोलनों को लेकर सतर्कता बरते हुए है। घोषणा के पश्चात आंदोलन टलने से कार्यकर्ताओं में भी हताशा है। उधर बरसात का मौसम शुरू होने के कारण पार्टी जल्दबाजी में आंदोलन का एलान करने से बच रही है। गांव गली चलो अभियान को लेकर अभी टालमटोल की स्थिति है। सूत्रों का मानना है कि वर्षाकाल में भाजपा संगठन को दुरुस्त करने का काम किया जाएगा क्योंकि इस बूथ कमेटियां कागजों में बनाने की औपचारिकता नहीं चलेगी।
अमित शाह पांच जुलाई से क्षेत्रों में
प्रदेश प्रभारी अमित शाह स्वयं क्षेत्रीय स्तर पर बैठक आयोजित करके संगठन की खबर लेंगे। शाह पांच जुलाई को लखनऊ पहुंचेंगे, प्रमुख कार्यकर्ताओं से वार्ता के बाद छह को अवध क्षेत्र पदाधिकारियों से बैठक लेंगे। इसके बाद शाह गोरखपुर क्षेत्र की समीक्षा करेंगे। उधर सह प्रभारियों से भी अपने आवंटित क्षेत्रों में सक्रियता बढ़ाने के लिए कहा गया है। इस क्रम में सह प्रभारी रामेश्वर चौरसिया 30 जून को चंदौली में, एक जुलाई को सोनभद्र तथा दो जुलाई को गाजीपुर में जिला कमेटियों की समीक्षा करेंगे।