फर्रुखाबाद: शुक्रवार को लड़की भगाने के एक मुकदमें में न्यायालय पहुंचे विवेचक दरोगा जी की धुनाई हो गयी। विवाद के पीछे लड़की का बयान बदलवाने के लिये रिश्वत लेने का आरोप लगाया गया है, जबकि सूत्रों के अनुसार मामला दरोगा द्वार रिश्वत के पैसों में बंटवारे से इनकार का है।
विदित है कि विगत 6 फरवरी को अपनी 14 वर्षी पुत्री विन्नी को बहला फुसला कर भगा लेजाने की रिपोर्ट परिजनों द्वारा कोतवाली फतेहगढ में लिखाई गयी थी। पुलिस ने लड़की को आरोपी सहित बरामद कर लिया था। शुक्रवार को विन्नी के न्यायल में धारा 164 के बयानों के लिये प्रस्तुत होना था। विन्नी को न्यायालय में पेश करने के लिये जैसे ही विवेचक प्रेमानंद शर्मा कचहरी पहुंचे उनकी धुनाई शुरू हो गयी। खींच तान में बेचारों की वर्दी भी फट गयी। जैसे तैसे कुछ अधिवक्ताओं ने दरोगा जी को बचा कर बैठाया व सूचना सीओ सिटी व सिटी मजिस्ट्रेट को दी। मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने कचहरी परिसर में पुलिस बल तैनात कर दरोगा को कोतवाली भेजा।
दरोगा प्रेमानंद शर्मा की ओर से अधिवक्ता सुनील राठौर व छह अज्ञात के विरुद्ध मारपीट करने की दी गयी तहरीर के आधार पर कोतवाली फतेहगढ़ में एफआईआर दर्ज कर ली गयी है। उल्लेखनीय है कि विगत 21 जून को आरोपी पक्ष के अधिवक्ता सूनील राठौर की ओर से दरोगा प्रेमानंद शर्मा के विरुद्ध न्यायाल में शिकायत दर्ज करायी गयी थी कि प्रेमानंद शर्मा लड़की के बयान आरोपियों के पक्ष में कराने के लिये रिश्वत की मांग कर रहे हैं। शिकायत पर न्यायल ने विवेचक से स्पष्टी करण भी तलब किया था।
सूत्रों की मानें तो लड़की का बयान आरोपियों के विरुद्ध कराने के लिये पुलिस पहले ही पैसा ले चुकी थी। इस पैसे का बंटवारा होना था। परंतु बाद में बंटवारे से मुकरने पर मामला बिगड़ गया।