श्रीनगर। उत्तराखंड में आई आपदा और अमरनाथ यात्रा पर आतंवादियों की बुरी नजर के बावजूद बम बम भोले जयकारे के साथ कड़ी सुरक्षा के बीच जम्मू से अमरनाथ यात्रा के लिए निकल रहे पहले जत्थे को आज हरी झंडी दिखाई गई। पहले जत्थे में 3157 यात्री 96 छोटी तथा बड़ी गाड़ियों में सवार होकर बाबा अमरनाथ के दर्शनों के लिए निकले।
इस बार की यात्रा के लिए सुरक्षा के खास इंतजाम किए गए हैं। पिछली बार से ज्यादा जम्मू पुलिस के जवान और सीआरपीएफ की कंपनियां तैनात की गई हैं। स्वास्थ्य विभाग ने श्रद्धालुओं लिए खास स्टॉल लगाए हैं। यहां 24 घंटे डॉक्टर मौजूद रहेंगे। इससे पूर्व अमरनाथ यात्रा आरंभ होने से दो दिन पहले जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए किए गए इंतजामों की समीक्षा की।
अमरनाथ यात्रा के लिए यात्री निवास भगवती नगर में प्रवेश द्वार के सभी रास्तों पर जवानों को तैनात किया गया है। सीआरपीएफ की 38 बटालियन के जवानों ने तवी नदी पर बनाए चौथे पुल पर डेरा जमा लिया है। कनाल रोड, विकास लाइन, गोल गुजराल, बेलिचराना, तालाब तिल्लो और मोहिंदर नगर सहित शहर के सभी इलाकों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
[bannergarden id=”8″][bannergarden id=”11″]
तवी नदी के किनारे पर भी जवानों को लगाया गया है। यात्री निवास भगवती नगर को सुरक्षा के लिहाज से सील कर दिया गया है। उच्च स्तरीय सुरक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे उमर को सुरक्षा एजेंसियों द्वारा जताई आशंकाओं के मद्देनजर किए गए सुरक्षा इंतजामों का विवरण दिया गया। एक आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की तथा सेना एवं सुरक्षा एजेंसियों से इस बारे में जानकारी ली।