देहरादून: उत्तराखंड में राहत के काम पर लगा एक एमआई-17 हेलीकॉप्टर दुर्घटना का शिकार हो गया, जिसमें 20 लोगों की मौत हो गईहै। इनमें से 12 लोगों के शव बरामद हो गए हैं।
हेलीकॉप्टर में नौ एनडीआरएफ के जवान छह आईटीबीपी और पांच भारतीय वायुसेना के जवान थे। घटना गौरीकुंड के करीब हुई, जब हेलीकॉप्टर बाढ़ पीड़ितों को लेकर गौचर लौट रहा था।
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रूद्रप्रयाग के एसपी के मुताबिक, दुर्घटना के कारणों का पता नहीं चल सका है, लेकिन आशंका जताई जा रही है कि खराब मौसम की वजह से यह दुर्घटना हुई। मौके से हेलीकॉप्टर का वॉयस रिकॉर्डर और फ्लाइट डाटा रिकॉर्डर मिल गया है, जिससे हादसे की असली वजह जानने में आसानी होगी।
हादसा चॉपर के केदारनाथ से गौचर लौटते वक्त गौरीकुंड के पास हुआ, जिस जगह यह हादसा हुआ वह काफी दुर्गम जगह है और वहां पर पैदल पहुंचना मुश्किल है। मंगलवार को यहां पर फंसे काफी लोगों को वायुसेना ने सुरक्षित बाहर निकाला था, लेकिन शाम को मौसम खराब होने की वजह से यह हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया।
एयरफोर्स प्रमुख एनएके ब्राउन भी उत्तराखंड त्रासदी में राहत और बचाव काम का जायजा लेने देहरादून पहुंचे। वायुसेना ने हेलीकॉप्टर हादसे में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी है।
इस बीच उत्तराखंड सरकार ने हादसे में मारे गए लोगों के परिवारों को 10−10 लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है। साथ ही एक दिन के राजकीय शोक का भी ऐलान किया गया है।