लखनऊ. यूपी में तीसरे नंबर पर खिसक चुकी बीजेपी ने 2014 के आम चुनावों में राज्य में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी को भारी चुनौती देने का मन बना लिया हैं। पार्टी ने मुलायम सिंह यादव सहित उनके पूरे कुनबे को ‘टार्गेट’ पर ले लिया है। बीजेपी की नई रणनीति के अनुसार पार्टी ने मुलायम के साथ ही उनकी बहू डिम्पल यादव को भी चुनाव में चुनौती देने का मन बना लिया है।
भाजपा सूत्रों के अनुसार पिछला चुनाव निर्विरोध जीतने वाली डिम्पल के सामने इस बार बीजेपी हेमामालिनी को उतारने जा रही है, वहीं फिरोजाबाद में पार्टी की फायरब्रांड नेता उमा भारती मुलायम के भतीजे और राम गोपाल यादव के बेटे अक्षय यादव के सामने चुनौती पेश करेंगी।
यही नहीं मुलायम सिंह यादव और धर्मेंद्र यादव के खिलाफ भी बीजेपी तगड़ा उम्मीदवार खड़ा करने की तैयारी में है। खबर यह भी है कि मोदी को यूपी में किसी भी सीट से चुनाव लड़ने की छूट दे दी गई है। मोदी किस सीट से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे, यह उनपर ही निर्भर करेगा।
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प्रत्याशियों का रिपोर्ट कार्ड तैयार करा रहे हैं मुलायम
यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को कई बार नसीहत और कानून व्यवस्था पर लताड चुके सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने अब प्रत्येक संसदीय सीट पर लगातार नजर रखने का फैसला किया है। इसके लिए वह प्रत्याशियों के क्षेत्रों का सर्वे करवा रहे हैं। वहां नजर बनाए रखने के लिए बकायदा पर्यवेक्षकों की न्युक्ति की गई है, जो कि संबंधित लोकसभा सीट की गोपनीय रिपोर्ट सीधे मुलायम सिंह को देंगे। इस बात की पुष्टी सपा सरकार के कद्दावर मंत्री राजेंद्र चौधरी ने भी की है। हालांकि उन्होंने नाम उजागर करने से इंकार दिया।
सभी पर्यवेक्षकों को अपनी पहली रिपोर्ट 25 से 30 जून के बीच दे देनी है। सभी को अपने मिशन पर लग जाने की हिदायत दी गई है। प्रभारी के रूप में तैनात हुए मुलायम के ये सिपाही लोकसभा चुनाव के मद्देनजर मंत्री और विधायकों द्वारा किये गए कार्यों का लेखा-जोखा भी तैयार कर रहे हैं।
इस बात की भी जानकारी ली जा रही है कि सरकार की छवि किस तरह की है। इन्हें क्षेत्र के बारे में पूरी जानकारी रखनी होगी। इनकी पहले चरण की रिपोर्ट के आधार पर मंत्रिमंडल में भी फेर बदल किया जा सकता है।
उधर, सपा महासचिव किरणमय नंदा ने कहा कि यदि हमारी पार्टी 40 सीटें भी लाती है तो मुलायम सिंह का पीएम बनना तय हैं। कुछ दिन पहले मुलायम भी खुद कह चुके हैं कि यूपी में सपा जितनी अधिक सीटें जितेगी, उसकी केंद्र में उतनी ही मजबूत स्थिति रहेगी।