कानपुर: आवारा कुत्तों के आंतक से आम आदमी ही नहीं पुलिस भी परेशान है। जीआरपी में तैनात एक एसआई ने नगर आयुक्त और मुख्य पशु चिकित्साधिकारी पर परिवाद (मुकदमा) दर्ज कराया है। अब अदालत 12 जुलाई को सुनवाई करेगी, जिसमें एसआई के बयान दर्ज किए जाएंगे।
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फतेहपुर में तैनात एसआई अशोक कुमार को 22 अप्रैल 2012 की शाम नव चेतना पार्क के पास एक आवारा कुत्ते ने काट लिया था। उपचार के लिए वह पराग डेयरी स्थित पीपीएम अस्पताल पहुंचे और एंटी रेबीज के इंजेक्शन लगवाए। कुत्ते के काटने से परेशान होकर उन्होंने कई प्रार्थना पत्र अधिकारियों को दिए लेकिन सुनवाई नहीं हुई। एक साल बाद उन्होंने मुख्य महानगर मजिस्ट्रेट की अदालत में परिवाद दाखिल किया। उन्होंने कहा कि नगर में आवारा कुत्तों के साथ गाय, सांड़ व सुअरों की धमाचौकड़ी से आए दिन लोगों को दुर्घटना का शिकार होना पड़ता है। उनके साथ हुई घटना नगर आयुक्त और मुख्य पशु चिकित्साधिकारी की लापरवाही का परिणाम है। कुत्ते के काटने से उन्हें जो मानसिक, शारीरिक व आर्थिक कष्ट हुआ है उसकी क्षतिपूर्ति के लिए उन्हें दो लाख रुपये दिलाया जाए। अदालत ने परिवाद दर्ज कर सुनवाई के लिए 12 जुलाई की तिथि तय की है।