राज्य सरकार इंटर पास शिक्षा मित्रों को भी दो वर्षीय बीटीसी प्रशिक्षण देने की तैयारी में जुट गई है। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) ने राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) को प्रशिक्षण के लिए अनुमति देने का प्रस्ताव भेज दिया है। वहां से अनुमति मिलने के बाद 46000 इंटर पास शिक्षा मित्रों को प्रशिक्षण देने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
प्रदेश में मौजूदा समय 170000 शिक्षा मित्र प्राइमरी स्कूलों में बच्चों को शिक्षित कर रहे हैं। राज्य सरकार शिक्षा मित्रों को दो वर्षीय पत्राचार बीटीसी प्रशिक्षण देकर प्राइमरी स्कूलों में शिक्षक बनाना चाहती है। मौजूदा समय 124000 स्नातक पास शिक्षा मित्रों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रदेश में बीटीसी प्रशिक्षण के लिए स्नातक होना अनिवार्य है। पर शिक्षा मित्र रखने की योग्यता इंटर थी। इसलिए 46000 ऐसे हैं जिन्होंने शिक्षा मित्र बनने के बाद स्नातक नहीं किया।
राज्य सरकार इन शिक्षा मित्रों को भी दो वर्षीय प्रशिक्षण देकर शिक्षक बनाना चाहती है। इसलिए एनसीटीई को प्रस्ताव भेजा गया है। भेजे गए प्रस्ताव के मुताबिक इंटर पास शिक्षा मित्रों को दो वर्षीय बीटीसी का प्रशिक्षण तो दे दिया जाएगा, लेकिन शिक्षक स्नातक करने के बाद ही बनाया जाएगा। वहीं, पहले चरण के 60000 शिक्षा मित्रों के प्रशिक्षण की प्रक्रिया साल के अंत तक पूरी हो जाएगी। इसके बाद इन्हें अगले वर्ष से प्राइमरी स्कूलों में सहायक अध्यापक बनाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
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