संसद की स्टैंडिंग कमेटी ने पिछले महीने पेड न्यूज को लेकर तैयार की गई अपनी 130 पन्नों की रिपोर्ट संसद के दोनों सदनों में प्रस्तुत की, लेकिन यह रिपोर्ट किसी अखबार या चैनल की खबर नहीं बन सकी| इस खबर को केवल हिंदू ने अपने अखबार के पन्ने में जगह दी| अन्य बड़े अखबारों से यह खबर गायब रही. राव इंद्रजीत सिंह की अध्यक्षता वाली कमेटी ने इस रिपोर्ट को लोकसभा में 6 मई तथा राज्य सभा में 7 मई को पेश किया था|
रिपोर्ट में सबसे ज्यादा शिकायतें दैनिक जागरण अखबार के खिलाफ की गई हैं. पीसीआई को भी सबसे ज्यादा शिकायतें दैनिक जागरण की ही मिली हैं| हालांकि इसमें अमर उजाला, दैनिक भास्कर, पंजाब केसरी समेत कुछ और भी नाम शामिल हैं, लेकिन पीसीआई ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की| प्रेस को छोड़कर दूसरे हर मामले में काटने को दौड़ने वाले पीसीआई अध्यक्ष जस्टिस काट जू ने भी इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की|
स्टैंडिंग कमेटी ने 130 पन्ने के अपने रिपोर्ट में पेड न्यूज की पूरी परत खोल कर रख दी है. अंग्रेजी-हिंदी समेत कई भाषा के अखबारों में पेड न्यूज प्रकाशित होने का जिक्र इस रिपोर्ट में है. छोटी-छोटी खबरों पर हाय तौबा मचाने वाले अखबार और टीवी चैनल ने पेड न्यूज की रिपोर्ट पेश होने तथा इस रिपोर्ट में किए गए खुलासे को लेकर एक भी खबर नहीं प्रकाशित की या चलाई. इससे मीडिया संस्थानों की दोगली नीति स्पष्ट दिखाई पड़ती है. आप पेड न्यूज पर स्टैंडिंग कमेटी की रिपोर्ट पढ़ सकते हैं..