लखनऊ : मुख्यमंत्री अखिलेश यादव हमीरपुर के 7,439 हजार छात्र-छात्राओं को लैपटॉप बांटकर महोबा जिले में विद्यार्थियों को लैपटॉप बांटने के लिए रवाना हो चुके हैं। महोबा में लैपटॉप विवतरण की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। महोबा जिले में कई महत्वपूर्ण योजनाओं का शिलान्यास भी मुख्यमंत्री द्वारा किया जाना है।
बुंदेलखंड का मुख्य द्वार कहे जाने वाले हमीरपुर में जर्जर सड़कें, अशिक्षा, पेयजल संकट, बेरोजगारी समेत कई जनसमस्याओं का बोलबाला है। यहां मेडिकल कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेज, पॉलीटेक्निक नहीं है। राजकीय व अनुदानित डिग्री कॉलेजों की तादाद अंगुली पर गिनी जा सकती है। जिला मुख्यालय स्थित राजकीय महिला महाविद्यालय में केवल बीए की पढ़ाई होती है, विज्ञान की कक्षाएं नहीं लगती हैं। रेलवे स्टेशन भी नहीं है। जिले के लोगों का कहना है कि करोड़ों रुपये के खनिज के द्वारा सरकार को राजस्व देने वाले हमीरपुर के लिए विकास योजनाओं की जरूरत है। हमीरपुर में अखिलेश यादव केंद्र पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यदि केंद्र सरकार, उत्तर प्रदेश सरकार को कोयला दे दे तो काफी हद तक बिजली की समस्या से निजात दिलाई जा सकती है। ऐसे ही हालात महोबा जिले के हैं। जिले के लोगों की मांग है कि श्रीनगर को ब्लाक का दर्जा दिया जाना चाहिए। स्योढ़ी से सुजानपुरा, पनवाड़ी से बरौठा और ग्योढ़ी से खन्ना के बीच पुलों की सख्त जरूरत है। राठ-चरखारी रोड के हाल बेहाल हैं। श्रीनगर-बेलाताल-अकौन रोड, चरखारी- सूपा रोड की स्थिति भी किसी से छिपी नहीं है। पनवाड़ी, जैतपुर में लंबे समय से डिग्री कॉलेज की मांग की जा रही। सिंचाई के लिए कई योजनाएं लंबित हैं।
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