FARRUKHABAD : शासन द्वारा चलायी जा रही योजना तहसील दिवस व जनता दिवस जनपद के अधिकारियों ने शायद मजाक ही बना रखी है। मंगलवार को एडीएम की अध्यक्षता में होने वाले सदर तहसील के तहसील दिवस में न ही अधिकारी पहुंचे और न ही बरसात की बजह से ज्यादा फरियादी मात्र तहसीलदार व कुछ कर्मचारियों ने ही पूरे तहसील दिवस की औपचारिकतायें पूरी कर दी।
तत्कालीन बसपा सरकार में जनता को त्वरित न्याय दिलाने के लिए शुरू किये गये तहसील दिवस पर इस समय जनपद के अधिकारी पानी फेरने पर लगे हुए हैं। यही कारण है कि तहसील दिवस व जनता दिवसों में आने वाली अधिकांश शिकायतों को गोलमोल ढंग से निस्तारित दिखा दिया जाता है। जबकि वास्तव में पीड़ित को न्याय नहीं मिल पाता। वहीं मंगलवार को होने वाले तहसील दिवस एडीएम की अध्यक्षता में होना था। जनपद में एडीएम की तैनाती न होने के कारण अन्य अधिकारी भी तहसील दिवस में नहीं पहुंचे। विदित हो कि तहसील दिवस में शहर कोतवाल रूम सिंह, फतेहगढ़ कोतवाल जितेन्द्र सिंह, एएसपी ओमप्रकाश सिंह को भी पहुंचना था। लेकिन सुबह 11 बजे तक कोई भी अधिकारी तहसील दिवस में नहीं पहुंचा।
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घने बादल व हल्की बारिश में न्याय न मिलने की आशा छोड़ फरियादियों की संख्या भी काफी कम दिखायी दी। जिससे मंगलवार को तहसील सदर में होने वाला तहसील दिवस ठंडा दिखायी दिया।