मुरादाबाद: गुरुवार को उत्तर प्रदेश के फायर ब्रांड मंत्री आजम खां का एक अजीबो गरीब आदेश नगर निगम अफसरों को मिला। जिसे सुनकर एक बार तो अफसर सकते में आ गए।
दरअसल मंत्री जी अपने होर्डिंग बैनर और पोस्टर सड़कों से एकदम साफ कर देने का आदेश दिया था। अफसरों ने शुरू में कुछ झिझक दिखाई।
अपने ही महकमे के मंत्री के होर्डिंग भला कैसे उतारें…. लेकिन लखनऊ से जब प्रमुख सचिव ने इस बात की पुष्टि कर दी कि मंत्री जी सही में अपने होर्डिंग हटवा देना चाहते हैं तो निगम का अमला हुक्म की तामील में जुट गया।
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नगर निगम अफसरों ने आनन फानन तीन टीमों का गठन किया और शहर के कोने – कोने से आजम खां के पोस्टर, होर्डिंग और बैनर उतारने शुरू कर दिए। शाम होते – होते नगर विकास मंत्री के सभी होर्डिंग बैनर और पोस्टर सड़कों से हटा दिए गए थे।
अपने महकमे के मंत्री के पोस्टर और बैनर उतारने के बाद नगर निगम पर अब इस बात का दबाव बढ़ गया है कि वह शहर में लगे बाकी होर्डिंग बैनर भी उतारे। बताते हैं कि आजम खां के ये आदेश प्रदेश के सभी नगर निगमों और नगर पालिकाओं में पहुंचे हैं।
ऐसे में भविष्य में सूबे में व्यापक स्तर पर होर्डिंग और बैनर हटाने का अभियान चल सकता है। नगर विकास मंत्री ने पहले खुद अपने होर्डिंग बैनर उतरवाकर एक पहल की है। आने वाले समय में भाजपा के अमित शाह और नरेन्द्र मोदी की कैम्पन शुरू होनी है और ऐसे में युद्ध सबसे पहले होर्डिंग से ही शुरू होता है| कई कयास आज़म के इस आदेश के लगाये जा रहे है|