लखनऊ: गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को बीजेपी की प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाए जाने के बाद आज सबकी निगाहें मोदी के करीबी और पार्टी के महासचिव अमित शाह की लखनऊ यात्रा पर हैं। शाह की इस यात्रा का मकसद पार्टी को मजबूत करते हुए मोदी के लिए उत्तर प्रदेश में जमीन तैयार करना है।
अमित शाह को करीब एक महीने पहले यूपी का प्रभारी बनाया गया था। यह उनका पहला यूपी दौरा है। अमित शाह लखनऊ में राज्य के नेताओं से मुलाकात करेंगे। यही नहीं आने वाले लोकसभा चुनाव के लिए रणनीति भी तैयार की जाएगी। इसके अलावा शाह यहां पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह से भी मिलेंगे।
अमित शाह दो दिन तक लखनऊ में रुकेंगे और इस दौरान वह पार्टी के सभी प्रकोष्ठों और पदाधिकारियों से अलग-अलग मुलाकात करेंगे। बुधवार शाम को आयोजित पदाधिकारियों की बैठक में भी वह शामिल होंगे। ऐसा माना जा रहा है कि उप्र के पहले दौरे के दौरान वह सूबे के सभी शीर्ष नेताओं से उनके घर जाकर अलग-अलग मुलाकात करेंगे। सूत्रों के मुताबिक शाह वरिष्ठ नेता कलराज मिश्र, सांसद लालजी टंडन और उप्र के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह से मिलने जाएंगे।
2009 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी 80 में से महज 10 सीटें ही जीत सकी थीं। राजनीतिक जानकारों का मामना है कि मोदी को गुजरात से बाहर निकलकर यह साबित करना है कि वह राष्ट्रीय स्तर के नेता हैं और उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय राजनीति में उनका लॉन्च पैड हो सकता है।