फर्रुखाबाद: वर्तमान के लोकतंत्र में सत्ता और शासन ही सबकुछ है, जनता कुछ नहीं| यही तो अन्ना हजारे हर सभा में कहते है| जनता केवल वोट लेने भर के लिए है| उसके बाद कुछ नहीं| यही नजारा आज अखिलेश यादव के लैपटॉप वितरण कार्यक्रम में देखने को मिला| हालाँकि ये सरकारी कार्यक्रम था| मुख्यमंत्री के तय कार्यक्रम से छेड़छाड़ नहीं की जा सकती| फिर भी बड़ी उम्मीद से तिरंगा राष्ट्रीय झंडा लहराते हुए आना समर्थक जब अखिलेश यादव को जनसमस्य का ज्ञापन देने के मकसद से सभा की और बढ़े उन्हें रोक दिया गया| ज्ञापन कल देने आना कहकर एडीएम ने उन्हें लौटा दिया|
वयोवृद्ध पत्रकार यदुनंदन लाल गोस्वामी और लक्ष्मण सिंह अधिवक्ता के नेतृत्व में लगभग दो दर्जन अन्ना समर्थक तिरंगा झंडा लेकर जब सभा स्थल के बाहर पहुचे मीडिया और प्रशासन की निगाहों में आ ही गए| वैसे ये बात वे भी जानते थे कि अखिलेश यादव का सरकारी कार्यक्रम है मुलाकात सम्भव नहीं है| दूसरा जिस व्यवस्था के खिलाफ ज्ञापन देने जा रहे हो उसके कर्णधार क्यूँ अपनी शिकायत मुख्यमंत्री से अपने सामने करने देंगे| क्योंकि उन्ही भेजी रिपोर्टो में तो सब कुछ सही चल रहा है| खैर तिरंगे झंडे का एक जत्था संघर्ष कर रहा है यही क्या कम है| वर्ना 100 में 90 बेईमान फिर भी मेरा भारत महान| चलो मीडिया की निगाह में तो ही आ गए| यही क्या कम है| लक्ष्मण सिंह ने समर्थको से कहा की नारेबाजी करो और वापस चलो….
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