FARRUKHABAD : शहर क्षेत्र के ग्राम पपियापुर में अवैध रूप से नर्सिंगहोम संचालित करने वाले झोलाछाप डाक्टर के खिलाफ अपर चिकित्साधिकारी द्वारा एफआईआर दर्ज करायी गयी है। सम्बंधित झोलाछाप चिकित्सक की खबर जेएनआई में बीते 7 सितम्बर 2011 को झोलाछाप डाक्टर के नर्सिंग होम पर स्वास्थ्य विभाग की नजर टेढ़ी के नाम से प्रकाशित की गयी थी। छापे के एक वर्ष बाद तक चिकित्साविभाग के अधिकारी चुप्पी साधे बैठै रहे। मीडिया भी एक दो खबरें छाप कर मामले को भूल गयी। अब शायद घूंस की मासिक किस्त नहीं पहुंची होगी, तो एफआईआर दर्ज करायी गयी है।
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विदित है कि ग्राम पपियापुर में अजय गुप्ता फर्जी रूप से नर्सिंगहोम संचालित कर रहे हैं। इस मामले में स्वास्थ्य विभाग की मिलीभगत है। जब मिलीभगत नहीं तो फिर अभी तक नर्सिंगहोम संचालित कैसे होता रहा। जेएनआई द्वारा 7 सितम्बर 2011 को जब इस तथ्य को उजागर किया गया था तो अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 राजवीर ने तत्काल झोलाछाप चिकित्सक के नर्सिंगहोम पर छापेमारी करके कुछ दिनों में कागजात दिखाने का नोटिस जारी किया था। बाद में पता चला कि मामला टांय-टायं फिस हो गया।
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सोमवार को अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 राजवीर ने जिलाधिकारी के निर्देश बताकर पपियापुर स्थित अजय गुप्ता के नर्सिंगहोम संचालित करने के मामले पर शहर कोतवाली में तहरीर दी है। मामले के सम्बंध में मुकदमा पंजीकृत किया जा रहा है।