FARRUKHABAD : व्यापार कर के करोड़ों रुपये की बकायेदारी जमा न करने पर मुख्य चिकित्साधिकारी का खाता सीज करवा दिया। वहीं अधीक्षण अभियंता विद्युत के खाता संख्या व विवरण उपलब्ध न हो पाने से तहसीलदार राजेन्द्र चौधरी ने उनका आफिस कुर्क कर लिया। बाद में कागजी खानापूरी के बाद आफिस को अधीक्षण अभियंता के ही सुपुर्द कर दिया गया।
जनपद में कम राजस्व वसूली को लेकर जिम्मेदार राजस्व अधिकारी काफी गंभीर दिखायी दे रहे हैं। सबसे गंभीर समस्या अधिकारियों के पास इसी बात की है कि आम जनता के अलावा विभागीय बकाया करोड़ों रुपये की तादाद में हैं। राजस्व वसूली पर निकले सदर तहसीलदार राजेन्द्र चौधरी ने शुक्रवार को करोड़ों के व्यापार कर के बकायेदार मुख्य चिकित्साधिकारी के खाते को सीज करवा दिया। उनके फतेहगढ़ शाखा में खाते पर सीलबंद की मोहर लगवा दी गयी।
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वहीं तहसीलदार ने अधीक्षण अभियंता विद्युत के कार्यालय पहुंचकर उन पर व्यापार कर का बकाया 1.46 करोड़ जमा करने के लिए कहा। जिसके बाद उनके खाते की संख्या व विवरण मांगा गया। लेकिन अधीक्षण अभियंता कोई भी विवरण नहीं दे सके। जिस कारण अधीक्षण अभियंता के कार्यालय को तहसीलदार राजेन्द्र चौधरी ने कुर्क कर लिया। कागजों में कुर्की कार्यवाही पूर्ण करने के बाद तहसीलदार ने अधीक्षण अभियंता के कार्यालय की चाबी उन्हीं को सौंप दी। उन्हें हिदायत दी गयी कि जब तक बकाया धनराशि विभागीय खाते में जमा नहीं कर दी जाती तब तक उनका कार्यालय कुर्क रहेगा।