लापरवाही: MBBS डॉक्टर ने पेट में छोड़ा स्पंज, लाइसेंस निलंबित, छह माह की प्रैक्टिस पर रोक

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doctor operarionलखनऊ : यूपी में झोलाछाप डॉक्टर ही नहीं, एमबीबीएस भी आपरेशन के बाद मरीज के पेट में स्पंज छोड़ने की लापरवाही कर डालते हैं। धरती के भगवान माने जाने वाले डॉक्टरों की इस घोर लापरवाही से मरीज की जान पर बन आती है। बरेली की महिला डॉक्टर पर ऐसी लापरवाही साबित होने के बाद यूपी मेडिकल काउंसिल ने उनका लाइसेंस निलंबित करने के साथ छह माह की प्रैक्टिस पर रोक लगा दी है। मरीज को मुआवजा देने की भी सिफारिश की गई है।

वाकया एक नवम्बर 2011 का है। बरेली के जकारिया किला जामा मस्जिद के नावेद उद्दीन ने पत्नी सबीहा हामिद को मशहूर डॉक्टर यासमीन की क्लीनिक में भर्ती कराया। डॉक्टर ने उनके प्रसव के लिए आपरेशन किया और पेट में स्पंज के बड़े टुकड़े छोड़ दिये। जिससे मरीज की हालत बिगड़ी उन्हें पीजीआई लखनऊ लाया गया, जहां डॉक्टर दीपा कपूर ने परीक्षण किया, इसमें महिला के पेट में स्पंज छोड़े जाने का खुलासा हुआ। इस रिपोर्ट का दूसरा परीक्षण किंग जार्ज मेडिकल कालेज की प्रसूति इकाई की प्रो.एसपी जैसवार ने किया और डॉक्टर की लापरवाही होने की तस्दीक की।

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दोनों की रिपोर्ट के आधार पर यूपी मेडिकल काउंसिल की एथिकल इकाई ने आरोपित डॉक्टर, बेहोशी के डॉक्टर, फार्मासिस्ट और अपरेशन में सहयोगी स्टाफ से पूछताछ की। इसके बाद मेडिकल काउंसिल के सचिव/रजिस्ट्रार डॉ. राजेश जैन ने महिला डॉक्टर यासमीन को लापरवाही का जिम्मेदार मानते हुए रजिस्ट्रेशन (यूपी एमसी 41657) निलंबित करते हुए छह माह तक प्रैक्टिस पर रोक लगाने का आदेश जारी कर दिया। मरीज को मुआवजा देने की भी सिफारिश की गई है। मेडिकल काउंसिल ने मरीजों के प्रति लापरवाही बरतने के आरोप में दो माह में बरेली के दूसरे एमबीबीएस डॉक्टर का लाइसेंस निलंबित किया है।

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गोरखपुर के सीडीओ ने भी डॉक्टरों के खिलाफ दर्ज कराई शिकायत : गोरखपुर के मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) एसएस आशुतोष ने यूपी मेडिकल काउंसिल को भेजी शिकायत में कहा है कि लखनऊ व गोरखपुर के आधा दर्जन डॉक्टरों के गलत इलाज व लापरवाही के चलते उनकी पत्नी की मौत हो गई। उन्होंने डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। सीडीओ की शिकायत पर यूपी मेडिकल काउंसिल के सचिव डॉ. राजेश जैन ने केजीएमयू के मानसिक रोग विशेषज्ञ, बलरामपुर चिकित्सालय के चर्म रोग विशेषज्ञ समेत तीन डॉक्टरों की अगुवाई में जांच कमेटी का गठन किया है। डॉ. जैन का कहना है कि मामले में आधा दर्जन डॉक्टरों को आरोपित किया गया है, लिहाजा सबसे पूछताछ की जाएगी।