नई दिल्ली। बसपा सांसद शफीकुर्ररहमान बर्क ने एक बार फिर राष्ट्रगीत वंदेमातरम का अपमान करके विवाद पैदा कर दिया। लोकसभा में वे वंदेमातरम की धुन बजते ही बाहर चले गए। लोकसभा अध्यक्ष मीराकुमार ने बसपा सांसद को चेतावनी दी है। लेकिन बर्क ने चेतावनी को मानने से इनकार कर दिया। उन्होंने भास्कर से बातचीत में कहा कि मैं वंदेमातरम को इस्लाम के खिलाफ मानता हूं। इस्लाम इसकी इजाजत नहीं देता। इसलिए मैंने जानबूझकर बहिष्कार किया है। उन्होंने कहा कि मुझे लोकसभा अध्यक्ष की ओर से कोई नोटिस नहीं मिला है। बर्क ने कहा कि वे भविष्य में भी ऐसा करने से परहेज नहीं करेंगे।
बसपा सांसद ने कहा कि मैंने 1997 में स्वतंत्रता दिवस के गोल्डन जुबली समारोह के वक्त भी ऐसा किया था। मैं राष्ट्रगान का पूरा सम्मान करता हूं लेकिन वंदेमातरम मुझे स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने कहा कि वंदेमातरम का संविधान में भी उल्लेख नहीं है। यह हमारा मजहबी मामला है। बसपा सांसद ने कहा कि कोई भी मुझे बाध्य नहीं कर सकता है।
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गौरतलब है कि संसद के अनिश्चितकाल तक स्थगन की घोषणा के वक्त वंदेमातरम होता है। लोकसभा अध्यक्ष ने सभी सांसदों से वंदेमातरम के लिए खड़े होने को कहा। जैसे ही वंदेमातरम शुरू हुआ संभल से बसपा सांसद शफीकुर्ररहमान बर्क सदन से चले गए। लोकसभा अध्यक्ष मीराकुमार ने वंदेमातरम समाप्त होने के बाद बर्क को चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि इस तरह का व्यवहार स्वीकार नहीं किया जाएगा। भविष्य में वे इसे न दोहराएं। भाजपा ने भी बसपा सांसद के व्यवहार पर सख्त ऐतराज जताया। भाजपा प्रवक्ता शहनवाज हुसैन ने कहा कि बर्क ने राष्ट्रगीत के साथ ही संसद का भी अपमान किया है।
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