सोशल साइटों पर मामा-भांजे की वाट लगी

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नई दिल्ली: कांग्रेस और केंद्र सरकार भले ही पवन बंसल के बचाव में आ खड़ी हुई हो, लेकिन ट्विटर और फेसबुक Pawan Bansal Railआदि सोशल नेटवर्किंग साइटों पर उनके साथ-साथ पूरी सरकार उपहास का पात्र बन गई है। कांग्रेस की ओर से बंसल का बचाव किए जाने से लोग कुछ ज्यादा ही चिढ़े नजर आ रहे हैं। जनार्दन द्विवेदी के उनके पक्ष में खड़े होने के बाद उन पर भी जमकर प्रहार हुए, लेकिन निशाने पर मामा-भांजा ही रहे।
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-हर्षिता लिखती हैं कि मात्र नब्बे लाख रुपये क्यों? भांजे ने मामा की इज्जत का भी ख्याल नहीं रखा कम से कम 1 करोड़ रुपये की घूस तो लेनी चाहिए थी।

-दीपिका लिखती हैं कि पहले सोनिया गांधी के दामाद का वाड्रा मामला, फिर चिदंबरम की पत्नी का नाम चिट फंड घोटाले में शामिल और अब रेल मंत्री के भांजे का नाम घूसखोरी में लिया जा रहा है। इस सरकार का क्या होगा। ये एक भ्रष्ट सरकार है।

-समीरा लिखती हैं कि इस मामले के बाद भी रेल मंत्री रिजाइन नहीं देंगे। कितने भी बड़े खुलासे हो जाए लेकिन कोई भी मंत्री इस्तीफा नहीं देते।

– सचिन लिखते हैं कि शर्म इन मंत्रियों की सरकार को नहीं आनी चाहिए बल्कि हमें और तुम्हें आनी चाहिए जो हर बार इस सरकार को चुनती हैं।

– कृतिका लिखती हैं कि अब विपक्ष को एक और मौका मिल गया। अब सोमवार को संसद की कार्रवाई नहीं चलेगी।

-अर्चना लिखती हैं कि बेटी-बेटा, पत्नी दामाद, भांजा इन कांग्रेसियों के तो रगों में ही भ्रष्टाचार का खून दौड़ रहा है।

– संजय लिखते हैं कि कांग्रेस को संविधान में संशोधन करना चाहिए। घूसखोरी तो कांग्रेसियों का मौलिक अधिकार बन गया है।

– मनीशा लिखती हैं कि पहले कोलगेट, आ‌र्म्सगेट, चिटगेट और अब रेलगेट। सब करप्शन के ही द्वार हैं।

-कृति लिखती हैं कि इतने घोटाले सामने आने के बाद भी कोई भी कांग्रेसी मंत्री अपनी कुर्सी छोड़ने को तैयार नहीं है। अब फेविकॉल को अपने एड के लिए थीम मिल गया। पकड़े रहना छोड़ना नहीं।

– 90 लाख-बस 90 लाख, पूरे एक करोड़ भी नहीं। इस भांजे ने तो मामा की इज्जत खराब कर दी।

– मीडिया क्रुक्स

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– पवन बंसल- हलो, कलमाड़ी। भाई पूरे नब्बे लाख। कलमाड़ी- हा, हा, हा।
-जी खांबा

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मुलायम-माया हैरान हैं कि पवन बंसल के भांजे ने रिश्वत में इतनी कम रकम ली। भ्रष्टाचार का स्तर गिराने के लिए कांग्रेस जिम्मेदार है।

-सुहेल सेठ

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बंसल का भांजा, चिदंबरम की पत्नी, सोनिया का दामाद..। क्या कांग्रेसी रिश्तेदारों के सहारे ही अपनी सरकार चला रहे हैं।

– जितेन गजारिया

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-ब्रेकिंग न्यूज। रेलमंत्री के भांजे की ओर से 90 लाख की घूस लेने से प्रधानमंत्री नाराज। वह पता लगाएंगे कि घूस की रकम इतना कम क्यों थी?

– जोस कोवाको

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मैं बंसल और उनके भांजे की ओर से किए गए शुरुआती निवेश 90 लाख से राजीव गांधी क्लीनचिट कारपोरेशन शुरू करने जा रहा हूं। कृपया मुझे शुभकामनाएं दें।

-सुहेल

– पवन बंसल सशर्त इस्तीफा देने को तैयार हैं और शर्त यह है कि उसे स्वीकार न किया जाए।

-इंडियास्पीक्स

-सोनिया का दामाद, चिदंबरम की पत्नी, बंसल का भांजा। शासन सांप्रदायिक है, भ्रष्टाचार सेक्युलर है।

-राजीव मंत्री

-श्रीमान पवन बंसल देश जानना चाहता है कि रकम केवल 90 लाख क्यों है? आपको सभी कांग्रेसियों से उन्हें नीचा दिखाने के लिए माफी मांगनी चाहिए

– शरद प्रताप सिंह

क्या क्लीनचिटों के पिताश्री जनार्दन और राशिद अल्वी भी किसी बड़े घोटाले में शामिल हैं?

-फेलूदा

-अब जनार्दन द्विवेदी भी कह रहे हैं कि मामा इस्तीफा नहीं देंगे। कुछ तो शर्म करो।

-विभास कुमार

मामा मामा भूख लगी, खाले बेटा घूस बड़ी। घूस में पकड़े जाना नहीं, वरना हम तुम्हारे मामा नहीं। – अज्ञात

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घोर कलयुग आ गया है एक मामा अपनी नौकरी बचाने के लिए अपने भांजे की बलि चढ़ा रहा है। – शंभूनाथ शुक्ला