फर्रुखाबाद: विकास खंड कायमगंज के ब्लाक प्रमुख व उनके पति केके चतुर्वेदी के विरुद्ध गुरुवार को एक बार फिर जांच की खानापूरी का नाटक चला। पूर्व एसडीमए की जांच में फंसते दिखे तो नये एसडीएम से एक बार फिर जांच की कवायद की गयी। मजे की बात है कि जांच टीम के साथ गये एसओ कंपिल शिकायत करने वालों को ही धमकाते नजर आये। हद तो यह है कि ग्राम प्रधान को छोड़कर किसी विपक्षी को जांचटीम के पास तक फटकने नहीं दिया गया। जबकि आरोपियों के समर्थक अधिकारियों को घेरे नजर आये।
विदित है कि कायमगंज में ब्लाक प्रमुख व उनके पति केके चतुर्वेदी द्वारा ग्राम बिल्सड़ी में ग्राम प्रधान रहने के दौरान की गयी अनियमितताओं के विरुद्ध वर्तमान प्रधान सत्यवीर व अन्य ग्रामीणों ने मोर्चा खोल रखा है। इस संबंध में शासन तक शिकायतें की जा चुकी हैं। प्रमुख सचिव स्तर से जांच कर कार्रवाई के आदेश हो चुके हैं। इसी क्रम में तत्कालीन एसडीएम राकेश कुमार व सीओ कायमगंज द्वारा चांज करने के उपरांत केके चतुर्वेदी के विरुद्ध एफआईआर के आदेश दिये जा चुके हैं। एसडीएम की रिपोर्ट पर एफआईआर कराना तो दूर उसपर धूल डालने के लिये नये एसडीएम बीडी वर्मा के माध्यम से दोबारा जांच के आदेश कर दिये गये। गुरुवार को श्री वर्मा के नेतृत्व में एक बार फिर जांच की कवायद की गयी। मजे की बात है कि इस दौरान साथ गये एसओ कंपिल शिकायत करने वालों को ही धमकाते नजर आये। हद तो यह है कि प्रधान के अलावा और किसी शिकायतकर्ता को जांच दल के आस पास फटकने नहीं दिया गया।
विदित है कि केके चतुर्वेदी और उनकी पत्नी द्वारा दस वर्षों तक ग्राम प्रधान रहने के दौरान मनरेगा, इंदिरा आवास व राशन वितरण में बडे पैमाने पर घोटाला किये जाने की शिकायतें वर्तमान ग्राम प्रधान व अन्य ग्रामीणों द्वारा की गयी हैं।