फर्रुखाबाद: राजपूत रेजीमेंट की तरफ से आयोजित किये गये एक्स सर्विस मैन रैली में सम्बोधित करते हुए लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चैत ने कहा कि सेना के अंदर बुजुर्गों का सम्मान करना एक महत्वपूर्ण चीज है। जिससे हम पूर्व सैनिकों के अंदर यह भावना पैदा करते हैं कि वह किसी तरह से अकेले नहीं हैं वल्कि पूरी भारतीय सेना उनके दुख सुख में कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। श्री चैत ने पूर्व सैनिकों की समस्यायें सुनीं और उनको निस्तारित करने का आश्वासन भी दिया।
[bannergarden id=”11″]
लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चैत ने कहा कि एक्स सर्विस मैन रैली में अभी तक 4200 से अधिक समस्यायें सुनी जा चुकी हैं। जिनमें से 65 प्रतिशत का निस्तारण भी कराया जा चुका है। आर्मी हमेशा पूर्व सैनिकों की समस्याओं को सुलझाने में अग्रसर है। उन्होंने कहा कि पूर्व सैनिक रैली का मतलब स्वास्थ्य व अधिकार, आवास एवं रोजगार चारों बिन्दुओं को आगे बढ़ाना है, जो पूर्व सैनिकों के लिए वरदान साबित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि रैली के आयोजन का मतलब यह भी है कि इसके माध्यम से हमारे बुजुर्ग भूतपूर्व सैनिकों को यह आभास नहीं हो पाता है कि वह अकेले हैं। इस दौरान भूत पूर्व सैनिकों व वीर नारियों ने अपने अपने सुझाव लेफ्टिनेंट जनरल के सामने रखे। भूतपूर्व सैनिकों ने कहा कि सेवानिवृत्त होने के बाद उन्हें अस्त्र शस्त्र का लाइसेंस मिलने में स्थानीय पुलिस काफी परेशानी खड़ी करती है, इसलिए शस्त्र लाइसेंस को बनवाने में पूर्व सैनिकों के लिए आर्मी में ही कोई व्यवस्था की जानी चाहिए। जिससे कि वह सेवानिवृत्त होने के बाद अन्य कहीं नौकरी कर सके।
[bannergarden id=”8″]
वीर नारियों ने भी अपनी समस्यायें रखते हुए कहा कि सैकड़ों की संख्या में शहीद हुए सैनिकों की विधवायें अभी जन्मतिथि के हिसाब से नौकरी करने में सक्षम हैं। लेकिन फिर भी उन्हें नौकरी नहीं दी जा रही है। जिस पर लेफ्टिनेंट जनरल ने कहा कि लाखों की संख्या में वीर नारियां इस स्थिति से गुजर रहीं हैं। उन्हें उनकी समस्याओं का अभास है। हर वीर नारी को आर्मी नौकरी देने में सक्षम नहीं लेकिन उसके लिए सामूहिक रूप से कोई योजना बनायी जा सकती है। उन्होंने इस समस्या के समाधान के लिए अति शीघ्र नया तरीका निकालने का आश्वासन दिया।
पेंशन से सम्बंधित समस्याओं के लिए उन्होंने बैंकों को मुख्य जिम्मेदार ठहराया और कहा कि सामूहिक रूप से इस समस्या के सन्दर्भ में भूतपूर्व सैनिक बैंक अधिकारियों से बात करें। उनकी समस्या का निस्तारण होगा। इस दौरान आर्मी अस्पताल के अलावा सिखलाई व राजपूत रेजीमेंट की कैन्टीन में भी विस्तार करने का आश्वासन लेफ्टिनेंट जनरल ने दिया।