लखनऊ : कुंडा (प्रतापगढ़) के बलीपुर गांव में सीओ जिया उल हक सहित तीन की हत्या के मामले की जांच कर रही सीबीआइ ने पूर्व मंत्री रघुराज प्रताप सिंह ‘राजा भैया’ को पूछताछ के लिए नोटिस दी है। इसके लिए उन्हें एक सप्ताह का समय दिया गया है।
सीबीआइ पूर्व मंत्री को पूछताछ के लिए कभी भी तलब कर सकती है। सीबीआइ ने राजा भैया को भेजे गए नोटिस में कहा है कि वह पूछताछ के एक हफ्ते में कैंप कार्यालय में पहुंचे। तिहरे हत्याकांड के मामले में करीबियों पर शिकंजा देख कयास लगाया जा रहा था कि राजा भैया से सीबीआइ कभी भी पूछताछ कर सकती है। अभी तक राजा भैया के करीबी एमएलसी अक्षय प्रताप सिंह, विधायक विनोद सरोज कुंड के चेयरमैन गुलशन यादव, राजा भैया के प्रतिनिधि हरिओम शंकर श्रीवास्तव व वाहन चालक रोहित सिंह से सीबीआइ कैंप कार्यालय कुंडा में पूछताछ कर चुकी है। गुरुवार को प्रधान नन्हें के भाई पवन की तहरीर पर विधायक विनोद सरोज से सीबीआइ ने मोबाइल पर धमकी देने की बाबत घंटों पूछताछ की।
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उल्लेखनीय है कि दो मार्च को कुंडा सीओ जियाउल हक, प्रधान नन्हें यादव तथा उसके भाई सुरेश यादव को मौत के घाट उतार दिया गया था। सीबीआइ तिहरे हत्याकांड की जांच में एक माह से रात दिन एक किए है। उसने हाल ही में गिरफ्तार लउवा सुखदेवपुर की बीडीसी के भाई विजय की निशानदेही पर बलीपुर का खड़ंजा उखाड़कर गोली के खोखे की खोज की थी। विजय से सीओ हत्याकांड को लेकर महत्वपूर्ण सुराग मिलने की भी चर्चा है। सीबीआइ उसे सरकारी गवाह भी बना सकती है। गुरुवार को पूरे दिन सीबीआइ टीम बलीपुर में प्रधान नन्हें यादव के नजदीकियों की तलाश में लगी रही।
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सीबीआइ ने नहीं दी किसी को क्लीन चिट : तिहरे हत्याकांड की जांच कर रही सीबीआइ ने साफ किया है कि उसने अभी इस कांड में किसी को भी क्लीन चिट नहीं दी है। गुरुवार को कई समाचार पत्रों में राजा भैया को क्लीन चिट देने संबंधी समाचार आने के बाद सीबीआइ ने अपनी वेबसाइट पर इस मामले में स्पष्टीकरण दिया।