प्रेमिका के पति व अपनी पत्नी से पिटने के बाद मंत्रीजी को देना पड़ा इस्‍तीफा

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2दिल्‍ली: अभिनेता से नेता बने केरल के वन मंत्री के. बी. गणेश कुमार को इश्‍क की भारी कीमत चुकानी पड़ी। पत्‍नी द्वारा सार्वजिनक रूप से पिटाई से क्षुब्‍द होकर जब तलाक की अर्जी दी तो पत्‍नी ने उत्‍पीड़न की रिपोर्ट दर्ज करादी। मंत्री जी को पद से इस्‍तीफा देना पड़ गया।

केरल के वन मंत्री के. बी. गणेश कुमार (46) ने पत्नी द्वारा घरेलू हिंसा के आरोप लगाए जाने के पर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। कुमार ने मुख्यमंत्री ओमन चांडी को अपना इस्तीफा सौंप दिया। कुमार की पत्नी यामिनी थांक्ची ने सोमवार देर शाम कुमार के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। थांक्ची ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में आरोप लगाया कि उनका पति ‘दूसरी’ के चक्‍कर में पिछले 14 साल से उनको प्रताडि़त कर रहा है। थांक्ची ने कहा कि हाल ही कुमार ने मेरे बाल खींचे व मुझे मारा-पीटा। कुमार फिल्म अभिनेता रह चुके हैं व थांक्ची पेशे से डॉक्टर हैं। दोनों की शादी को 18 साल हो गए हैं। उनके दो बच्चे हैं। इससे कुछ घंटे पहले ही कुमार ने थांक्ची से तलाक के लिए आवेदन किया था। कुमार ने कोर्ट को बताया कि उनकी पत्नी ने उनपर हमला किया। इसके सबूत में उन्होंने अपने चेहरे पर चोट के निशान वाले फोटो भी कोर्ट में पेश किए।

गणेश कुमार का कहना है कि पत्नी यामिनी ने 22 फरवरी की रात उनके निजी स्टाफ के समक्ष उनकी पिटाई की थी। मंत्री के शरीर पर चोट के निशान वाले चित्र सोमवार को मीडिया को जारी किए गए। मंत्री ने अधिवक्ता के. अब्दुल करीम के जरिए तलाक के लिए अर्जी दी है। मंत्री ने आरोप लगाया कि पत्नी ने उन्हें शारीरिक चोट पहुंचाई और मानसिक रूप से प्रताडित किया। यही नहीं,उनके राजनीतिक विरोधियों के समर्थन से पत्नी उन्हें ब्लैकमेल कर रही है। अदालत इस मामले की सुनवाई 29 जून को करेगी। गणेश कुमार केरल कांग्रेस (बी) के सदस्य हैं।

मालूम हो कि तीन मार्च को अखबारों में एक मंत्री की प्रेमिका के पति के हाथों की पिटाई की खबरों के बाद कांग्रेस के चीफ व्हिप पीसी जार्ज ने खुलासा किया था कि अवैध संबंधों में पिटने वाले मंत्री गणेश ही थे। इस घटना के बाद पहले से ही नाराज चल रहे गणेश के पिता और केरल कांग्रेस (बी) के अध्यक्ष बालकृष्ण पिल्लई ने अपने पुत्र को कैबिनेट से हटाने का मुख्यमंत्री ओमन चांडी पर दबाव बढ़ा दिया था। पिता-पुत्र के बीच समझौता कराने में भी कांग्रेस असफल रही थी।