FARRUKHABAD: बीते 31 जनवरी की रात शहर क्षेत्र के चांदपुर निवासी 18 वर्षीय पिंकी यादव पुत्री रामचन्द्र यादव का शव पड़ोसी जनपद कन्नौज के गांव रंगियनपुरवा में बरामद हुआ था। कन्नौज पुलिस ने मुख्य आरोपी को शहर कोतवाली से सम्पर्क करके चांदपुर से पकड़ा लिया था। चार दिन बाद शहर कोतवाली से मुख्य आरोपी को छोड़ भी दिया था। काफी खींचतान के बाद बीते एक माह पूर्व कन्नौज से हत्या के सम्बंध में जांच शहर कोतवाली भेज दी गयी थी। जिस पर शहर कोतवाली पुलिस ने पुन: जांच कन्नौज पुलिस को वापस कर दी। दोनो जनपदों की पुलिस की खींचतान में दो माह से अधिक समय गुजर जाने के बाद भी हत्यारे खुलेआम घूम रहे हैं। शहर कोतवाली पुलिस को तफ्तीश के दौरान ३१ तारीख को पिंकी की लोकेशन याकूतगंज के आस पास मिली थी। लेकिन कन्नौज पुलिस ने जांच को फर्रुखाबाद पुन: वापस कर दिया है। कन्नौज पुलिस का दावा है कि घटना स्थल फर्रुखाबाद का ही है। दोनो जनपदों की पुलिस के बीच पिंकी हत्याकाण्ड की जांच फुटबाल बन चुकी है। जिसके चलते जांच कभी इस पाले में तो कफी उस पाले में जा रही है।
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विदित है कि पिंकी हत्याकाण्ड में उसके भाई रवी की तहरीर पर कन्नौज पुलिस ने हत्या अपहरण के मामले में मुख्य आरोपी शरद कटियार पुत्र जगवीर कटियार को बीती चार जनवरी को ही हिरासत में ले लिया था। लेकिन सीमा विवाद दोनो जनपदों के बीच तफ्तीश में आ गया है। कन्नौज पुलिस पिंकी की हत्या फर्रुखाबाद में होना बता रही है तो वहीं शहर कोतवाली के अनुसार हत्या जब कन्नौज में हुई तो तफ्तीश भी कन्नौज पुलिस ही करेगी। आखिर चार दिन चली इस माथापच्ची के बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी शरद कटियार को उसके भाई शोहित के सुपुर्द कर दिया था। एक माह पूर्व कन्नौज पुलिस ने शहर कोतवाली को जांच भेजी। शहर कोतवाली पुलिस ने मामले के सम्बंध में तफ्तीश भी की। तफ्तीश इस बात की नहीं कि हत्या की बजह क्या है, हत्या किसने की। हत्या करने वाले अभियुक्त कहां हैं। वल्कि तफ्तीश इस बात को सिद्ध करने की की गयी कि घटना शहर कोतवाली की नहीं है। यही स्थिति कन्नौज पुलिस की भी बनी हुई है। उसने भी डेढ़ माह का समय महज इस बात को साबित करने में गुजार दिया कि घटना उसके थाना क्षेत्र में नहीं हुई है। फिलहाल दोनो जनपदों की पुलिस की खींचातानी के बीच मृतिका पिंकी को अभी दो माह गुजर जाने के बाद भी न्याय नहीं मिला। पिंकी के हत्यारे अभी भी खुले घूम रहे है।
इस सम्बंध में कन्नौज कोतवाली के कोतवाल संतोष कुमार अवस्थी ने बताया कि फर्रुखाबाद पुलिस इस हत्याकाण्ड को खोलने में नहीं वल्कि घटना उनके जनपद की नहीं इस बात को लेकर तफ्तीश में जुटी थी। जिसके चलते उन्होंने जांच पुन: कन्नौज भेज दी थी। कोतवाल ने बताया कि उन्होंने जांच को पुन: फर्रुखाबाद भेज दिया है।