FARRUKHABAD : नकल के लिए बदनाम जनपद फर्रुखाबाद में नकल माफिया के दुस्साहस का आलम यह है कि शनिवार को असलहों से लैस प्रबंध समिति के सदस्य व विद्यालय के कर्मचारियों ने निरीक्षण के लिए जा रहे जिला विद्यालय निरीक्षक पर हमला बोल दिया। आतंकित डीआईओएस किसी प्रकार जान बचाकर उल्टे पैरों जिला मुख्यालय पहुंचे और नामजद अभियुक्तों के विरुद्व घटना की लिखित तहरीर अपर पुलिस अधीक्षक को व्यक्तिगत रूप से जाकर सौंपी। देर शाम मोहम्मदाबाद थाना में तीन नामजद व आधा दर्जन अज्ञात लोगों के विरुद्व एफआईआर दर्ज कर ली गयी है।
विदित है कि जनपद फर्रुखाबाद नकल उद्योग के लिए काफी समय से चर्चित चला आ रहा है। यहां के शिक्षा माफिया की सत्ता में धमक का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अनेक बार सामूहिक नकल के आरोपों में काली सूची में डाले जा चुके विद्यालय बारम्बार परीक्षाकेन्द्र के रूप में चयनित होते चले आ रहे हैं। इस बार भी संयुक्त शिक्षा निदेशक ने सामूहिक नकल के मामले में दो विद्यालयों को काली सूची में डालने की संस्तुति की है। शनिवार को तो नकल माफिया ने दुस्साहस की पराकाष्ठा ही दिखा दी। मोहम्मदाबाद क्षेत्र के स्वामी आत्मदेव गोपालानंद इंटर कालेज में निरीक्षण के लिए जा रहे जिला विद्यालय निरीक्षक नंदलाल यादव के वाहन को विद्यालय से लगभग आधा किलोमीटर दूर विद्यालय के कर्मचारियों ने हाथ देकर रोक लिया। वाहन के रुकते ही इन लोगों ने जिनमें कई उपरोक्त विद्यालय के कर्मचारी भी थे ने अभद्र भाषा का प्रयोग शुरू कर दिया। इसी बीच उनमें से एक ने विद्यालय प्रबंध समिति के सदस्य व जिला पंचायत सदस्य के पति ओमप्रकाश कठेरिया को फोन कर दिया।
मोबाइल पर सूचना मिलते ही श्री कठेरिया अपने कई अन्य सशस्त्र समर्थकों के साथ घटना स्थल पर आ धमके और उन्होंने भी जिला विद्यालय निरीक्षक के साथ दुर्व्यवहार शुरू कर दिया। स्थिति की नजाकत को भांपकर जिला विद्यालय निरीक्षक नंदलाल यादव उल्टे पैरों जिला मुख्यालय लौट आये। यहां पहुंचकर उन्होंने ओमप्रकाश कठेरिया व उनके साथ मौजूद विनीत कुमार व प्रदीप आदि नामजद लोगों के अतिरिक्त आधा दर्जन अज्ञात लोगों के विरुद्व भी तहरीर व्यक्तिगत रूप से जाकर पुलिस अधीक्षक को सौंपी।
उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पूर्व मीडिया कर्मियों ने भी इसी स्वामी आत्मदेव गोपालानंद इंटर कालेज में कवरेज किया था। तब भी अनेक अनियमिततायें उजागर हुई थीं। मीडिया कर्मियों ने विद्यालय में नकल के वीडियो व फोटा इन्हीं जिला विद्यालय निरीक्षक नंदलाल यादव को दिखायीं थीं। तब श्री यादव ने मीडिया रिपोर्टों को हवा में उड़ा दिया था।
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मजे की बात है कि एक जिला स्तरीय अधिकारी जिसको वर्तमान में मजिस्ट्रेटी अधिकार भी प्राप्त हैं के साथ दोपहर लगभग ढाई बजे घटित घटना के बाद देर शाम तक मोहम्मदाबाद कोतवाली में एफआईआर दर्ज हो सकी। अपर पुलिस अधीक्षक के आदेश पर ओमप्रकाश कठेरिया, विनीत कुमार व प्रदीप के अतिरिक्त आधा दर्जन अन्य अज्ञात के विरुद्ध सरकारी कार्य में बाधा (7 क्रिमिनल एमेंडमेंड एक्ट) के अतिरिक्त धारा 147, 504, 506, 353 में एफआईआर दर्ज की गयी है।