लखनऊ : देवरिया के अपर पुलिस अधीक्षक को उप्र सरकार ने उसके पद से हटा दिया है। इसके साथ ही साथ गाज यहां के एक थानाध्यक्ष पर भी गिरी है। इस दारोगा को लाइन हाजिर कर दिया गया है। इतना ही नहीं, पुलिस ने उस महिला की मेडिकल जांच के लिए उसे जिला अस्पताल पहुंचा दिया है। लेकिन सरकार की इस कार्रवाई से महिला के समर्थक संतुष्ट नहीं हैं। उनकी मांग है कि इस मामले में महिलाओं पर अमानवीय टिप्पणी करने वाले पुलिस अधिकारियों पर मुकदमा दर्ज कर उन्हें कड़ी सजा दिलायी जाए।
पूर्वांचल के सीमांत जिला देवरिया में शुक्रवार को बलात्कार की पीडि़त एक महिला अपनी फरियाद पहुंचाने गये इस महिला और उसके परिजनों को अपर पुलिस अधीक्षक को यह कहते हुए दुत्कार दिया था कि ‘इतनी पुरानी औरत से कौन बलात्कार करेगा।‘ मामले के मीडिया में तूल पकड़ने के बाद हुए हंगामे के बाद आखिरकार इस पर पुलिस महानिदेशक एसी शर्मा को महिला से माफी मांगनी पड़ी थी। दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराने पहुंची एक महिला को राहत देने की बजाय अभद्र टिप्पणी करने वाले अपर पुलिस अधीक्षक केशव चंद्र गोस्वामी को शासन ने हटा दिया है। इसके साथ ही मामले की रिपोर्ट न दर्ज करने वाले बनकटा के थानाध्यक्ष को लाइन हाजिर किया गया है। माकपा कार्यकर्ताओं ने आज बनकटा थाना का घेराव किया और काफी देर तक वहां अफरातफरी का माहौल रहा। इसी बीच महिला की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज की गई और छेड़खानी के मामले को दुष्कर्म में तब्दील कर महिला को चिकित्सीय परीक्षण के लिए भेजा गया।
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विदित है कि बनकटा थाना क्षेत्र के दलन छपरा गांव की एक विवाहिता के साथ गांव के ही एक युवक ने दुष्कर्म किया। मामले में प्राथमिकी दर्ज न होने पर महिला पति के साथ शुक्रवार को पुलिस अधीक्षक का कार्यभार देख रहे अपर पुलिस अधीक्षक केशव चंद्र गोस्वामी से मिलने पहुंची। गोस्वामी ने महिला के साथ दुष्कर्म की घटना को लेकर पीड़िता की मर्यादा का ध्यान न रखते हुए बेहद अशिष्ट टिप्पणी कर विवाद मोल ले लिया।