FARRUKHABAD : थाना मऊदरवाजा क्षेत्र के ग्राम अदिउली निवासी अमरपाल पुत्र रामपाल चौहान की 21 वर्षीय पत्नी किरन ने अपने मायके बिर्राबाग कादरीगेट फर्रुखाबाद में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। पोस्टमार्टम में विवाहिता के द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या करने की पुष्टि हो गयी है।
विदित है कि पड़ोसी जनपद एटा के थाना जसरथपुर के ग्राम पिंजरी निवासी रामशरन चौहान अपना पैतृक घर छोड़कर 20 वर्ष से कादरीगेट बिर्राबाग में मकान बनाकर रह रहा है। रामशरण सब्जी की ठेली लगाता है। 22 नवम्बर 2011 को उसने अपनी पुत्री किरन का विवाह अमरपाल चौहान के साथ कर दिया था। शादी के कुछ समय बाद से ही किरन का विवाद अपनी सास बिट्टो के साथ शुरू हो गया था। जिसके चलते किरन अक्सर अपने मायके बिर्राबाग में ही रहती थी। पिछले तकरीबन पांच माह पूर्व विवाद के चलते किरन अपने मायके बिर्राबाग आयी थी। जहां उसका पति अमरपाल भी आता जाता रहता था। अमरपाल मजदूरी का काम करता है। गुरुवार तकरीबन तीन बजे किरन की मां नीलम छत पर पापड़ सुखा रही थी। पिता रामशरण चौहान ठेली लगाने के लिए गये थे। घर पर और कोई नहीं था। तभी किरन ने कमरे के अंदर पड़े बैड पर बक्सा रखा और उसके ऊपर चढ़कर अपनी साड़ी से छत के कुन्डे में लटक कर फांसी लगा ली थी। आहट सुनकर जब उसकी मां नीलम नीचे आयी तो किरन फांसी पर झूल रही थी। किरन की मां नीलम ने बताया कि उस समय किरन की सांसें चल रहीं थीं।
[bannergarden id=”8″] [bannergarden id=”11″]
किरन को तड़पता देख मां ने बेटी को छत से उतारा और अपने पति की मदद से ठेली पर लिटाकर स्थानीय डाक्टर के पास ले गयी। जहां उसने किरन को मृत घोषित कर दिया था। सूचना पर पहुंचे शहर कोतवाल ने शव को कब्जे में लेकर लोहिया अस्पताल भिजवाया था। जहां शुक्रवार को आईटीआई चौकी इंचार्ज जितेन्द्र सिंह चंदेल ने शव का पंचनामा भरा। पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। किरन के शव का पोस्टमार्टम दो डाक्टरों के पैनल डा0 दीपक कटारिया व डा0 आर्य सुन्दरम द्वारा किय गया। जिसमें किरन की मौत फांसी लगने से ही बतायी गयी है। पुलिस ने शव को परिजनों के हवाले कर दिया।