FARRUKHABAD : बोर्ड परीक्षा शुरू होने से पहले कलेक्ट्रेट सभागार में कई दरबार सजाये गये और विभागीय अधिकारियों ने नकल न कराने की कसमें खायीं। परीक्षा शुरू हुई तो नियम और कानून ताक पर रख दिये गये। परीक्षा केन्द्रों पर नकल कराने का जो सिलसिला शुरू हुआ वह नहीं थमा। उड़नदस्ता व स्टेटिक मजिस्ट्रेट भी नाकाम साबित हो रहे हैं या जानबूझकर यह नाकामी का सबब पढ़ा जा रहा है। वहीं मीडिया के कैमरों में प्रति दिन मुन्ना भाइयों की तस्वीरें आ रही हैं। इसके बावजूद भी प्रशासन इस पर नकेल लगाने के लिए कार्यवाही नहीं कर रहा है। [bannergarden id=”8″]
वर्षों से नकल कराकर बच्चों को मार्कशीट देने के लिए प्रसिद्ध ऊगरपुर कालेज में शनिवार को भी काफी संख्या में परीक्षार्थी परीक्षा देने के लिए पहुंचे। द्वितीय पाली की परीक्षा में जमकर नकल करायी गयी। बीते दिन जब जेएनआई का कैमरा ऊगरपुर कालेज पहुंचा था तो मौके पर जल निगम के ग्रीशचन्द्र स्टेटिक मजिस्ट्रेट के तौर पर तैनात थे और कालेज में बड़े आराम से नकल करायी जा रही थी। वहीं शनिवार को भी नकल में और इजाफा हुआ। मुन्ना भाइयों के सर्किटों ने जंगले पर चढ़कर नकल परोसी तो वहीं अधिकारी आंखों पर पट्टी बांधे रहे। महज एक होमगार्ड सुरक्षा की दृष्टि से तैनात किया गया। अतिरिक्त फोर्स भी विद्यालय की तरफ से नहीं मांगा गया। अब सुरक्षा के नाम पर कहें या सिर्फ पानी पिलाने के लिए। स्कूल में नकल का दौर जारी। बीते दिन मीडिया के द्वारा ऊगरपुर, मतापुर व मुरहास कन्हैया के स्कूलों में कवरेज किया गया तो नकल का अम्बार सामने आया। सीटिंग प्लान भी ध्वस्त था। जिसके बाद मामले की जानकारी जिलाधिकारी पवन कुमार को दी गयी। जानकारी मिलने पर मामला प्रकाश में आया तो मुरहास कन्हैया के रामप्रकाश इंटर कालेज के प्रबंधक के खिलाफ डीआईओएस नंदलाल ने नोटिस जारी कर दिया। इसे खबर का असर कहें या अपनी ईमानदारी पर पर्दा डालने का फार्मूला। होगा क्या यह तो सम्बंधित अधिकारी ही समझ सकते हैं। फिलहाल अभी तक के सर्वे में नकल माफिया अपनी मर्जी से जमकर नकल करा रहे है और उड़नदस्ते परीक्षाकेन्द्रों के कार्यालय में बैठकर काजू पिस्ता और काफी की दावत उड़ा रहे हैं। मुहं पोंछकर निकल लेते हैं। जो उनकी विश्वसनीयता पर प्रश्नचिन्ह लगाने को विवश करता है।