15 दिनों से न्याय के लिए दर_दर भटक रहा दलित

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police investigationFARRUKHABAD : 15 दिनों पूर्व थाना कमालगंज क्षेत्र के ग्राम तेरा अकबरपुर निवासी जसराम उर्फ हपलू पुत्र अहिवरन के साथ उसके ही गांव के कुछ दबंग लोगों ने जानवर खेत में चराने के उलाहने को लेकर जमकर पिटायी कर दी थी। जिसको लेकर जमकर फायरिंग की गयी। हपलू के हाथों में फायरिंग के दौरान गोली लग गयी। मामले के सम्बंध में कमालगंज थाने में शिकायत की गयी, लेकिन पुलिस ने 15 दिन गुजरने के बाद भी दलित की एफआईआर तक दर्ज नहीं की।

घटना एक मार्च 2013 की है। शाम तकरीबन साढ़े 6 बजे गांव के ही बृजमोहन व उसका भाई राधाकृष्ण पुत्र गन्ना काछी व मलखान पुत्र सियाराम काछी ने हपलू को गाय चराने का उलाहना देते हुए पहले अभद्र गालियों की बौछार की। बाद में जातिसूचक गालियां देते हुए दबंगई का परिचय दिया। जिसका विरोध जब हपलू ने किया तो विरोधी पक्ष ने हपलू की लात घूसों से जमकर पिटायी कर दी थी। पीड़ित हपलू का आरोप है कि घटना के दौरान बृजमोहन ने देशी बंदूक से हपलू पर जान लेवा हमला करने की नियत से फायर कर दिया था। जिससे कारतूस के कई छर्रे हपलू के हाथों में लगे। फायरिंग की आवाज सुनकर हपलू के पिता अहवरन व पत्नी विनीता के अलावा गांव के कुछ लोग आ गये। भीड़ बढ़ती देख दबंग लोग घटना स्थल से फरार हो गये। घायल अवस्था में वह थाना कमालगंज पहुंचा तो थाना पुलिस ने आरोपी पक्ष से हरिजन एक्ट की धारा व 307 आईपीसी के तहत कार्यवाही न करने की बात तय करने के बाद उसे हड़काकर प्रार्थनापत्र फाड़कर फेंक दिया। थाने में ही दूसरा प्रार्थनापत्र लिखवाकर हल्की धाराओ में रिपोर्ट दर्ज कर ली। आरोपी नाजायज हथियारों से लैस होकर जान से मारने की धमकी दे रहे हैं लेकिन पुलिस उन पर कोई कार्यवाही नहीं कर रही है।

पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक को संबोधित पत्र एएसपी ओपी सिंह को देते हुए क्षेत्राधिकारी से मामले की विवेचना कराये जाने की गुहार लगायी है।