जनता के पैसे की बर्बादी: 8 करोड़ भत्ता बाटने में खर्च कर दिया 12 करोड़

Uncategorized

rti logoलखनऊ: बेरोजगारी भत्ता योजना-2012 शुरू होने के साथ ही इसमें खामियों की कलई खुलने लगी है। बेरोजगारी भत्ते से ज्यादा भत्ता वितरण में पात्रों और अतिथियों की आवभगत और इंतजाम में खर्च किया जा रहा है। यह चौंकाने वाले तथ्य सूचना अधिकार के तहत मिली जानकारी के बाद सामने आए हैं।
[bannergarden id=”8″]
-भत्ते में खर्च आठ करोड़ 54 लाख, आयोजन में 12 करोड़ 49 लाख
-सूचना अधिकार के तहत मिली जानकारी

राजाजीपुरम निवासी उर्वशी शर्मा ने सूचना अधिकार अधिनियम-2005 का हवाला देते हुए निदेशक प्रशिक्षण एवं सेवायोजन से बेरोजगारी भत्ते में वितरित की गई रकम और उसके वितरण का ब्योरा मांगा था। 26 नवंबर 2012 को मांगी गई सूचना के तहत श्रीमती शर्मा ने वित्तीय वर्ष 2012-13 में नवंबर माह तक भत्ता वितरण एवं उसके वितरण में आने वाले खर्च की रकम के बारे में जानकारी चाही थी। प्रशिक्षण एवं सेवायोजन निदेशालय की ओर से 14 फरवरी को जो सूचना दी गई उसके मुताबिक भत्ते से ज्यादा की रकम उसके वितरण में खर्च कर दी गई है। उप निदेशक सेवायोजन डी प्रसाद द्वारा दी गई सूचना के मुताबिक 2012-13 में नवंबर महीने तक 8 करोड़ 54 लाख 35 हजार रुपये बेरोजगारी भत्ता दिया गया। 15 मार्च 2012 से 14 नवंबर 2012 तक भत्ता वितरण के आयोजन में 12 करोड़ 49 लाख 38 हजार 370 रुपये खर्च आया। इस बारे में प्रमुख सचिव सेवायोजन शैलेश कृष्ण से भी जानकारी करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनका मोबाइल फोन नहीं उठा।
[bannergarden id=”8″]