इलाहाबाद: आप यूपी बोर्ड की दसवीं या बारहवीं कक्षा के परीक्षार्थी हैं लेकिन प्रवेश पत्र देने में विद्यालय प्रबंधन आनाकानी कर रहा या आपसे रिश्वत मांग रहा तो परेशान होने की जरुरत नहीं है। आप जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय (डीआइओएस) से संपर्क कीजिए और वहां से डुप्लीकेट प्रवेश पत्र प्राप्त कर लीजिए। प्रवेश पत्र वितरण में धांधली की शिकायतों को ध्यान में रखते हुए बोर्ड ने सभी डीआइओएस को इस संबंध में कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
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इलाहाबाद हाईकोर्ट की सख्ती व शासन के कड़े निर्देशों के बावजूद दसवीं व बारहवीं की बोर्ड परीक्षा के लिए पहले परीक्षा केंद्रों के चयन में मनमानी की गई। अब छात्रों को प्रवेश देने में विद्यालयों द्वारा मनमानी की जा रही है। खासकर प्राइवेट छात्रों को। विभागीय लापरवाही से कई जिलों में हजारों रेगुलर छात्रों को अभी तक प्रवेश पत्र नहीं मिला है। अधिकारियों की माने तो कई विद्यालयों द्वारा प्रवेश के लिए छात्रों को कई चक्कर लगाने को विवश किया जा रहा। यही नहीं कई विद्यालयों ने रिश्वत भी ली जा रही है। परीक्षाएं 12 मार्च शुरु होंगी, ऐसे में छात्र विद्यालयों की मनमानी का सामना करने को विवश है। छात्रों की समस्या को देखते हुए बोर्ड ने संबंधित डीआइओएस कार्यालय से डुप्लीकेट प्रवेश पत्र जारी करने की व्यवस्था के निर्देश दिए हैं।
बोर्ड सचिव उपेंद्र कुमार के मुताबिक डीआइओएस कार्यालय में छात्रों का पूरा डेटा उपलब्ध रहता है प्रवेश पत्र में त्रुटि होने पर डीआइओएस कार्यालय से डुप्लीकेट प्रवेश पत्र प्राप्त किया जा सकता है। सचिव के मुताबिक इससे छात्रों का उत्पीड़न रोका जा सकेगा साथ ही स्कूलों की मनमानी पर भी अकुंश लगेगा।